दिल्ली के पीडब्ल्यूडी द्वारा किए गए ट्वीट में रोहिणी में हाथ से मैला ढोने कीतस्वीरें दिखाई गईं. लोग बिना किसी सुरक्षा उपकरण के जहरीले सीवर में खड़े हैं. हाथसे मैला ढोने पर रोक लगाने वाले कानूनों के बावजूद, इन तस्वीरों ने न केवल कानूनीउल्लंघनों को उजागर किया, बल्कि जाति और व्यवस्थागत उदासीनता को भी उजागर किया.जैसे-जैसे विरोध बढ़ता गया और हटाए गए पोस्टों ने और अधिक आक्रोश पैदा किया, एकसवाल गूंज उठा कि क्या पीडब्ल्यूडी ने वास्तव में इस तरह 15 लाख मीट्रिक टन की सफाईकी? दिल्ली के सीवेज की इस ‘सफाई’ में क्या चल रहा है, यह देखने के लिए अभी पूरावीडियो देखें.