झारखंड में एक अस्पताल द्वारा शव ले जाने के लिए वाहन उपलब्ध न कराने के कारण एकशोक मना रहे दंपति को अपने चार महीने के बच्चे का शव प्लास्टिक की थैली में ले जानापड़ा. यह घटना भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में सरकारी दावों और ज़मीनीहकीकत के बीच के गहरे अंतर को उजागर करती है. पूरा मामले जानने के लिए देखिएवीडियो.