सरकार ने स्मार्टफोन में संचार साथी ऐप को पहले से लोड करने वाला अपना आदेश वापस लेलिया है. ये फैसला लगातार निजता और निगरानी संबंधी चिंताओं पर तीखी प्रतिक्रिया केबाद लिया गया है. संचार मंत्रालय का कहना है, लोग खुद इस ऐप को अपनी मर्जी से अपनारहे हैं. इसलिए फोन मैन्युफैक्चरर के लिए इसे पहले से इंस्टॉल करके देना अनिवार्यनहीं है. कम्यूनिकेशन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संसद में कहा कि ये ऐपऑप्शनल है और इसे फोन से डिलीट किया जा सकता है. देखें वीडियो.