बिहार चुनाव में करगहर और राघोपुर से मिलने वाले हिंट्स को अनदेखा कर, क्या प्रशांतकिशोर को राजनीतिक कीमत चुकानी पड़ी है? एनडीटीवी के साथ एक साक्षात्कार में, जनसुराज के संस्थापक PK ने स्वीकार किया कि चुनाव न लड़ना एक बड़ी भूल थी. उन्होंनेअपनी पार्टी की हार के बारे में कुछ बातें साझा कीं, जिनमें वोट शेयर की गलतउम्मीदों से लेकर बिहार के जाति और समुदाय आधारित मतदान पैटर्न की गहरी सच्चाईयांशामिल थीं. प्रशांत किशोर और जन सुराज के लिए आगे क्या है? जानने के लिए देखिएवीडियो.