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नौ महीने तक प्रेग्नेंसी का नाटक करने वाली महिला ने ऐसे किया था पुलिस को गुमराह, 4 घंटे में ही पकड़ी गई

नवजात को तब चोरी किया जब उसकी मां थोड़ी देर के लिए लेबर रूम से बाहर कॉफी लेने गई थी. महिला एम्स मेट्रो स्टेशन से समयपुर बादली की ओर जाने वाली मेट्रो में चढ़ी. पुलिस को शक न हो इसके लिए अगले ही INA मेट्रो स्टेशन पर उतर गई. फिर थोड़ी दूर जाकर ऑटो लेकर अपने घर चली गई.

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Woman Fakes Pregnancy For Nine Months, Arrested For Kidnapped Newborn From Delhi's Safdarjang Hospital
मां को बच्चा लौटाती पुलिस. (फोटो- इंडिया टुडे)
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रिदम कुमार
18 अप्रैल 2025 (Published: 09:21 AM IST) कॉमेंट्स
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नौ महीने तक प्रेग्नेंट होने का नाटक करने वाली ((Woman Fakes Pregnancy) और फिर नवजात शिशु को चुराने वाली महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मामला दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल का है (Newborn kidnaps from Delhi hospital). आरोपी महिला ने पूरी चालाकी से पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन महज चार घंटे में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. नवजात को उसकी असली मां को सौंप दिया गया है.

क्या है पूरा मामला

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी महिला का नाम पूजा है और उसके पति का नाम पिंकू है. वह दिल्ली के मालवीय नगर की रहने वाली है. पूजा लगभग नौ महीने से गर्भवती होने का नाटक कर रही थी. उसने अपने पति को लगातार इस बारे में झूठ बताया.

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रिपोर्ट में न्यूज़ एजेंसी के हवाले से बताया गया है कि नवजात शिशु को उस वक्त चुराया गया, जब उसकी मां थोड़ी देर के लिए लेबर रूम से बाहर कॉफी लेने गई थी. जब वह वापस वार्ड में आई तो देखा कि बच्चा अपनी जगह पर नहीं है. बच्चे के गायब होने पर अस्पताल में हड़कंप मच गया. मामला तुरंत पुलिस तक पहुंचा और जांच शुरू हुई.

पुलिस के अनुसार, आरोपी पूजा दोपहर करीब 3:17 बजे बच्चे को लेकर अस्पताल से निकल गई थी. बताया गया है कि शादी के सात साल बाद भी वह मां नहीं बन सकी थी, इसी वजह से उसने यह कदम उठाया.

पुलिस को ऐसे किया गुमराह

रिपोर्ट के मुताबिक, सफदरजंग एन्क्लेव थाना पुलिस के इंस्पेक्टर रजनीश कुमार और उनकी टीम ने अस्पताल और उसके आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए. फुटेज से पता चला कि एक अज्ञात महिला, जिस वार्ड से बच्चा गायब हुआ था, वहां मौजूद दूसरी महिलाओं से बातचीत कर रही थी. उसने अपना चेहरा ढका हुआ था. यहीं से पुलिस को उस पर शक हुआ.

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इसके बाद आगे की सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई. इसमें दिखा कि महिला एम्स मेट्रो स्टेशन से समयपुर बादली की ओर जाने वाली मेट्रो में चढ़ी. पुलिस को शक न हो, इसलिए वह अगले ही स्टेशन INA पर उतर गई और फिर हुडा सिटी सेंटर की दिशा में जाने वाली मेट्रो में सवार हो गई. इसके बाद वह हौज खास मेट्रो स्टेशन पर उतरी और वहां से पैदल पंचशील फ्लाईओवर की ओर बढ़ी. हालांकि, इसके आगे के रास्ते में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था.

ऐसे महिला तक पहुंची पुलिस

इसके बाद पुलिस ने उन संभावित रास्तों की जांच की, जिनकी ओर वह महिला जा सकती थी. आखिरकार वह एक ट्रैफिक सिग्नल के पास एक ऑटो में बैठी हुई नजर आई. महिला ने शाम करीब चार बजे पंचशील फ्लाईओवर के पास से वह ऑटो लिया था. पुलिस ने ऑटो को ट्रैक करने की कोशिश की, लेकिन सीसीटीवी फुटेज में ऑटो का रजिस्ट्रेशन नंबर स्पष्ट नहीं था. इसके चलते पुलिस को 20 से अधिक ऑटो के रजिस्ट्रेशन नंबर खंगालने पड़े. अंततः सही नंबर का पता चल गया.

रिपोर्ट के अनुसार, ऑटो ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि उसने महिला को बच्चे के साथ मालवीय नगर में छोड़ा था. लोकल इंटेलिजेंस और इनपुट के आधार पर महिला की पहचान की गई. इसके बाद पुलिस ने मालवीय नगर स्थित उसके घर पर छापा मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया और बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया.

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