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त्रिपुरा में तीन बांग्लादेशी मारे गए, विदेश मंत्रालय ने कहा- 'जानवर चुराने आए थे'

तस्करों ने स्थानीय ग्रामीणों पर लोहे के डाओ (माचेट) और चाकू से हमला कर उन्हें घायल किया. हमले में एक ग्रामीण की हत्या भी हुई.

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Villagers resisted smugglers MEA after Dhaka condemns death of Bangladesh citizens in Tripura
बांग्लादेश ने इसे मॉब अटैक का परिणाम बताया था. (सांकेतिक फोटो- PTI)
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प्रशांत सिंह
17 अक्तूबर 2025 (Published: 11:31 PM IST)
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भारत-बांग्लादेश सीमा पर 15 अक्टूबर 2025 को त्रिपुरा के विदयाबिल गांव में तीन बांग्लादेशी नागरिकों की मौत हो गई. इस मामले पर भारत सरकार की तरफ से प्रतिक्रिया आई है. सरकार ने बताया कि तीनों अवैध रूप से सीमा पार करके मवेशी चुराने के इरादे से भारत में घुसे थे. ग्रामीणों के साथ झड़प में वो मारे गए.

इस मामले पर भारत की प्रतिक्रिया बांग्लादेश द्वारा हत्या की कड़ी निंदा के बाद आई. बांग्लादेश ने इसे मॉब अटैक का परिणाम बताया. मामले को लेकर विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने X पर पोस्ट कर बताया,

“अधिकारियों ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की. जहां दो तस्कर मृत पाए गए. तीसरा व्यक्ति ने अगले दिन अस्पताल में चोट के कारण दम तोड़ दिया. तीनों के शव बांग्लादेश पक्ष को सौंप दिए गए हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.”

जायसवाल ने बताया कि ये घटना भारतीय सीमा के अंदर करीब तीन किलोमीटर दूर, उत्तर त्रिपुरा के विदयाबिल गांव में हुई. उन्होंने कहा कि तस्करों ने स्थानीय ग्रामीणों पर लोहे के डाओ (माचेट) और चाकू से हमला कर उन्हें घायल किया. हमले में एक ग्रामीण की हत्या भी हुई. जिसके बाद बाकी ग्रामीण पहुंचे और हमलावरों का विरोध किया. जायसवाल ने कहा कि ये घटना बांग्लादेश को इस बात का ध्यान दिलाती है कि वो अंतरराष्ट्रीय सीमा को सुरक्षित बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए. साथ ही सीमा पर अपराध व तस्करी रोकने के लिए जहां जरूरी हो वहां फेंसिंग में सहयोग करे.

बांग्लादेश ने निंदनीय करार दिया

बता दें कि बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा था,

“ये घटना अस्वीकार्य है और मानवाधिकारों तथा कानून के शासन का गंभीर उल्लंघन है.”

बांग्लादेश सरकार ने इस घटना को निंदनीय करार दिया था. और तत्काल, निष्पक्ष तथा पारदर्शी जांच की मांग की थी.

त्रिपुरा में घुसपैठ बढ़ी

जानकारी हो कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर कथित मवेशी तस्करों की मौतें अब भी एक बड़ा मुद्दा बनी हुई हैं. साल 2015 में दोनों पक्षों के बीच तय किए गए लैंड बाउंड्री एग्रीमेंट  के बावजूद ये घटनाएं कम नहीं हुई हैं. त्रिपुरा के दैनिक सम्बाद अखबार की माने तो हाल के हफ्तों में विदयाबिल क्षेत्र में बांग्लादेश की ओर से घुसपैठ बढ़ी है. इस मामले पर भारत की बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) और बांग्लादेश की बॉर्डर गार्ड्स (BGB) के बीच चर्चा भी की गई है.

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