The Lallantop
Advertisement

सेना की नौकरी के नाम पर सैकड़ों युवाओं से करोड़ों की ठगी, यूपी में चल रहे थे 'ट्रेनिंग सेंटर'

इन ट्रेनिंग सेंटर्स को पिछले चार सालों से चलाया जा रहा था. ये 30 बीघा जमीन में फैले हुए हैं. इस पूूरी जमीन को किराये पर लिया गया था. आरोप है कि यहां युवाओं को सेना और पुलिस में भर्ती की गारंटी देकर ट्रेनिंग देने का नाटक किया जाता था.

Advertisement
Army Job Scam Busted in UPs Mainpuri
मैनपुरी में फर्जी ट्रेनिंग सेंटर. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Unsplash.com)
pic
सौरभ शर्मा
3 जून 2025 (Updated: 3 जून 2025, 11:46 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में आर्मी में नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से करोड़ों रुपये लूट लिए गए. यहां ‘भारतीय पुलिस प्रोटेक्शन फोर्स (BPPF)’ और ‘हिंदुस्तान रक्षा धर्म’ नाम से दो फर्जी ट्रेनिंग सेंटर चलाए जा रहे थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस फर्जीवाड़े के जरिये देशभर के करीब 600 युवाओं से कुल 18 करोड़ रुपये ठग लिए गए. पुलिस ने मुख्य आरोपी अरविंद कुमार पांडे और एक ट्रेनर को गिरफ्तार किया है.

दैनिक भास्कर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इन ट्रेनिंग सेंटर को पिछले चार सालों से चलाया रहा था. ये 30 बीघा जमीन में फैले हुए हैं. इस पूूरी जमीन को किराये पर लिया गया था. आरोप है कि यहां युवाओं को सेना और पुलिस में भर्ती की गारंटी देकर ट्रेनिंग देने का नाटक किया जाता था. हर छात्र से फीस के नाम पर 2 से 4 लाख रुपये लिए जाते थे. आरोपी यूट्यूब पर भी वीडियो डालकर प्रचार करते थे.

इन्हीं वीडियो के झांसे में आकर कई युवाओं ने अपनी या अपने परिवार के लाखों रुपये गंवा दिए. कुछ पीड़ित तो ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने साथ दूसरों को भी इन फर्जी ट्रेनिंग सेंटर में आने के लिए प्रेरित किया. रिपोर्ट के मुताबिक तेलंगाना के एक युवक ने अपने 6 साथियों को ट्रेनिंग सेंटर भेजा था. युवक ने बताया कि उसके हर साथी से 2 से 3 लाख रुपये फीस ली गई. लेकिन तीन महीने की ट्रेनिंग के बाद भी किसी को नौकरी नहीं मिली. जब उन्होंने संचालक से बात करने की कोशिश की तो उसने फोन उठाना बंद कर दिया.

एक अन्य पीड़ित ने बताया कि उसने अपने भांजे के 'एडमिशन' के लिए सेंटर को 4 लाख रुपये की फीस दी थी. इसमें 2 हजार रुपये रजिस्ट्रेशन फीस, 1 लाख रुपये PhonePay के जरिए और 3 लाख रुपये कैश शामिल थे. इसके बाद भी भांजे का सेलेक्शन कहीं नहीं हुआ.

मामला सामने आने के बाद पुलिस ने 3 जून को मुख्य आरोपी अरविंद की गिरफ्तार की. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी के समय भी ट्रेनिंग सेंटर में 7 से 8 युवक ट्रेनिंग ले रहे थे. उसने ये भी बताया कि अरविंद का नेटवर्क उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में भी फैला हुआ है. उसका आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. अब आगे की जांच की तैयारी की जाएगी.

वीडियो: सिक्कम में भारी बारिश, मिलिट्री कैंप लैंडस्लाइड की चपेट में

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement