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पाकिस्तान का साथ देने वाले तुर्किए के खिलाफ भारत में लोगों ने खोला मोर्चा, पर्यटन में होगी बड़ी गिरावट

Turkey Azerbaijan Boycott: तुर्किए और अजरबैजान ने पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर भारत की एयर स्ट्राइक की आलोचना की थी. इस पर भारत में तुर्किए और अजरबैजान के खिलाफ गुस्से का माहौल बन गया है. लोग इन देशों का सामान बायकॉट करने का ट्रेंड चला रहे हैं.

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Turkey Azerbaijan Boycott
भारत में चला तुर्की-अजरबैजान बायकॉट का ट्रेंड. (Freepik)
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मौ. जिशान
14 मई 2025 (Updated: 14 मई 2025, 12:19 AM IST) कॉमेंट्स
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भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष के दौरान तुर्किए और अजरबैजान ने खुले तौर पर पाकिस्तान का समर्थन किया. तुर्किए पर तो यहां तक आरोप लगा कि उसने पाकिस्तान को भारत पर हमले के लिए 350 से ज्यादा ड्रोन मुहैया करवाए. इसके अलावा तुर्किए पर पाकिस्तान को अन्य सैन्य साजोसामान की सप्लाई करने का भी आरोप है.

तुर्किए और अजरबैजान ने पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर भारत की एयर स्ट्राइक की आलोचना की थी. इस पर भारत में तुर्किए और अजरबैजान के खिलाफ गुस्से का माहौल बन गया है. लोग इन देशों का सामान बायकॉट करने का ट्रेंड चला रहे हैं.

टूरिज्म सेक्टर में बड़ा असर

सबसे बड़ा असर टूरिज्म सेक्टर पर पड़ा है. प्रमुख ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफार्म्स जैसे EaseMyTrip और इक्सिगो ने तुर्किए और अजरबैजान की यात्रा के खिलाफ एडवाइजरी जारी कर दी है. MakeMyTrip ने कंफर्म किया है कि भारतीय पर्यटकों ने बड़े पैमाने पर इन दोनों देशों की बुकिंग कैंसिल की है.

कंपनी ने बताया,

"अजरबैजान और तुर्किए के लिए बुकिंग में 60 फीसदी की कमी आई है, जबकि कैंसिलेशन में 250 फीसदी का इजाफा हुआ है. अपने देश और सशस्त्र बलों के प्रति सम्मान के साथ हम इस भावना का दृढ़ता से समर्थन करते हैं और सभी को इन देशों की गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह देते हैं. हमने अपने प्लेटफॉर्म पर इन डेस्टिनेशन्स पर सभी प्रोमोशन्स और ऑफर्स पहले ही बंद कर दिए हैं."

JNU ने तुर्किए के साथ MoU पर लगाई रोक

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने भी तुर्किए के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है. वाइस चांसलर प्रोफेसर शांतिश्री धुलीपुडी पंडित ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों से तुर्किए के साथ किया गया रिसर्च और टीचिंग से जुड़ा मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (MoU) सस्पेंड कर दिया गया है.

तुर्किए के सेब का बायकॉट

देशभर में तुर्किए से आने वाले सेब का बायकॉट भी देखा जा रहा है. गाजियाबाद की साहिबाबाद फल मंडी में व्यापारियों ने तुर्किए से आने वाले सेब और अन्य फलों का बायकॉट करने का फैसला किया है.

टर्किश मार्बल का बायकॉट

भारत में तुर्किए से बड़ी मात्रा में मार्बल आयात होता है, जो निर्माण कार्यों में इस्तेमाल होता है. हालांकि, पाकिस्तान का समर्थन करने के बाद भारत के मार्बल व्यापारी अब तुर्किए से आयातित मार्बल का बायकॉट कर रहे हैं. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान के मार्बल व्यापारियों ने तुर्किए के मार्बल का बायकॉट करने का फैसला किया है.

भारत में तुर्किए और अजरबैजान के खिलाफ व्यापक विरोध का रुख देखा जा रहा है. इससे भारत और इन दोनों देशों के बीच व्यापार प्रभावित होने की आशंका है.

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