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सुप्रीम कोर्ट के वकील करेंगे 'वर्क फ्रॉम होम'! CJI सूर्य कांत ने बढ़ते AQI के चलते लिया फैसला

CJI Surya Kant ने दिल्ली की बढ़ती AQI के मद्देनजर Supreme Court के वकीलों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई में मौजूद रहने और बहस की इजाजत दे दी. पिछले कई दिनों से दिल्ली खराब होती हवा की क्वालिटी से जूझ रही है. P

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supreme court asks all lawyers to appear online amid rising aqi level pollution in delhi
सुप्रीम कोर्ट ने सभी वकीलों को ऑनलाइन काम करने को कहा है (PHOTO-Wikimedia Commons)
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मानस राज
15 दिसंबर 2025 (Updated: 15 दिसंबर 2025, 02:21 PM IST)
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दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण (Delhi AQI) के बढ़ते स्तर की वजह से अधिकतर दफ्तरों में अब 'वर्क फ्रॉम होम' लागू कर दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) भी दिल्ली में होने की वजह से प्रदूषण से अछूता नहीं है. लिहाजा कोर्ट की ओर से जारी एक सर्कुलर में कहा गया है कि अब वकील वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही अदालत में शामिल हों. ये सर्कुलर CJI सूर्य कांत (CJI Surya Kant) की सलाह पर जारी किया गया है.

14 दिसंबर को जारी किए सर्कुलर में कहा गया है कि वकील और केस लड़ने वाले सुप्रीम कोर्ट में लिस्टेड मामलों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हो सकते हैं. बार एंड बेंच के मुताबिक यह फैसला भारत के चीफ जस्टिस सूर्यकांत के निर्देशों पर लिया गया है ताकि कोर्ट की कार्यवाही बिना किसी रुकावट के चलती रहे और इसमें शामिल होने वालों की सुरक्षा से भी कोई समझौता न हो. सर्कुलर में कहा गया,

मौजूदा मौसम की स्थिति को देखते हुए, भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश ने सलाह दी है कि, अगर सुविधाजनक हो, तो बार के सदस्य/खुद पेश होने वाले पक्षकार माननीय अदालतों के सामने लिस्टेड अपने मामलों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा के जरिए हाइब्रिड मोड में पेश हों.

रजिस्ट्री के अनुसार, वकीलों और खुद पेश होने वाले पक्षों को अपने-अपने मामलों में हाइब्रिड या पूरी तरह से वर्चुअल सुनवाई चुनने के लिए प्रोत्साहित किया गया है. बशर्ते वे ऑनलाइन कार्यवाही के लिए तय जरूरतों का पालन करते हों.

घातक हुआ दिल्ली का प्रदूषण

CPCB (Central Pollution Control Board) के मुताबिक, शून्य से 50 के बीच AQI को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच को ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच को ‘खराब’,  301 से 400 के बीच को ‘बहुत खराब’, 401 से 450 के बीच को ‘गंभीर’ और 450 से ऊपर को ‘गंभीर प्लस’ माना जाता है. दिल्ली में ये स्तर 450 के पार जा चुका है.

पिछले कई दिनों से दिल्ली खराब होती हवा की क्वालिटी से जूझ रही है, प्रदूषण का लेवल अक्सर गंभीर कैटेगरी को पार कर रहा है, जिससे पूरे नेशनल कैपिटल रीजन में हेल्थ एडवाइजरी और पाबंदियां लगाई गई हैं. सुप्रीम कोर्ट के इस कदम को उन लोगों के लिए एक अस्थायी राहत के तौर पर देखा जा रहा है जो खतरनाक हालात में रोजाना कोर्ट जाते हैं, साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोर्ट का काम बिना किसी रुकावट के चलता रहे.

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दिल्ली में 15 दिसंबर को प्रदूषण का स्तर (PHOTO-AQI.IN)

(यह भी पढ़ें: दिल्ली की हवा हुई और जहरीली, GRAP-4 के नियम लागू, जान लीजिए क्या होंगी पाबंदियां?)

ठंड का कोहरा और प्रदूषण

15 दिसंबर की सुबह दिल्ली-एनसीआर में सुबह भारी धुंध और कोहरा देखने को मिला. प्रदूषण की वजह से पहले से ही धुंध छाई हुई थी. बची हुई कसर ठंड के कोहरे ने पूरे कर दी. नतीजा ये हुआ कि विजिबिलिटी बिल्कुल ही खराब हो गई. Aqi.in के मुताबिक 15 दिसंबर की सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर प्रगति मैदान, वो इलाका जहां सुप्रीम कोर्ट पड़ता है, वहां AQI 461 के स्तर पर था. वहीं नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के कई इलाकों में ये स्तर 500 से ऊपर पहुंच गया.

वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: दिल्ली वायु प्रदूषण पर संसद में किसने झूठ बोल दिया?

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