फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने वाले IPS संदीप च्रकवर्ती को कितना जानते हैं?
Sringar के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) Dr G.V. Sundeep Chakravarthy 2014 कैडर के IPS अधिकारी हैं. जम्मू-कश्मीर में उन्होंने कई अहम पदों पर रहते हुए आतंक और ड्रग के खिलाफ लड़ाई लड़ी है.

मामला 'जैश-ए-मोहम्मद' (JeM) के पोस्टरों से जुड़ा है, जिनमें सुरक्षा बलों को धमकियां दी गई थीं. श्रीनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) डॉ. जीवी संदीप चक्रवर्ती ने इसे हल्के में नहीं लिया. उन्होंने इन पोस्टरों के जरिए एक 'वाइट कॉलर' टेरर मॉड्यूल की परतें खोल डालीं, जिनका कनेक्शन दिल्ली में लाल किले के सामने हुए ब्लास्ट से माना जा रहा है.
जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में अक्टूबर 2025 को ये पोस्टर नजर आए थे. शुरुआत में ये मामूली मामला लगा, लेकिन आगे चलकर इससे ही कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकवादी नेटवर्क का पर्दाफाश हो पाया.
डॉ. चक्रवर्ती वही पुलिस अधिकारी हैं, जिनकी लीडरशिप में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया. पोस्टर दिखने पर उन्होंने तुरंत ही एक डिटेल इन्वेस्टिगेशन का आदेश दिया. इंडियन मास्टरमाइंड्स की रिपोर्ट के मुताबिक, CCTV फुटेज और अन्य डिजिटल सबूतों की मदद से पता चला कि ये पोस्टर तीन ओवरग्राउंड वर्करों ने लगाए थे, जिनका पहले से पत्थरबाजी से जुड़ा हुआ इतिहास था. इनसे पूछताछ हुई, तो इस टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ.

इस ‘वाइट कॉलर’ टेरर मॉड्यूल के तार जम्मू-कश्मीर से लेकर हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों तक फैले हैं. इन राज्यों की पुलिस की मदद से जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ‘वाइट कॉलर’ टेरर मॉड्यूल के आरोपी डॉक्टरों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की.
इस कार्रवाई में कुल 2,900 किलोग्राम इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) बनाने का सामान, AK सीरीज की राइफल्स समेत भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए. जांच में कई कश्मीरी डॉक्टरों के नाम भी सामने आए और उन्हें गिरफ्तार किया गया. इनमें डॉ. मुजम्मिल, अदील अहमद राथर शामिल हैं. लखनऊ की डॉ. शाहीन शाहिद को भी गिरफ्तार किया गया.
कौन हैं IPS जीवी संदीप चक्रवर्ती?2014 कैडर के IPS (भारतीय पुलिस सेवा) अफसर डॉ. जीवी संदीप चक्रवर्ती ने ‘ऑपरेशन महादेव’ में भी अहम रोल अदा किया था. इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने पहलगाम हमले से जुड़े तीन आतंकियों को मार गिराया था. इसके लिए उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 'केंद्रीय गृह मंत्री दक्षता पदक' से नवाजा है.

डॉ. चक्रवर्ती काफी तेज-तर्रार पुलिस अधिकारी माने जाते हैं. लेकिन सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस एकेडमी में उनके क्लासमेट रहे और मथुरा के SSP श्लोक कुमार ने दी लल्लनटॉप को बताया कि एकेडमी में डॉ. चक्रवर्ती बहुत इंट्रोवर्ट थे. उन्होंने आगे कहा, “लेकिन जब से वो पुलिस फील्ड में आए तो काफी शार्प हुए और बखूबी अपनी जिम्मेदारियों को संभाला.”
इसकी बानगी 6 गैलेंट्री मेडल हैं, जो पुलिस सेवा में उनकी बहादुरी और प्रतिबद्धता को दिखाते हैं. संदीप चक्रवर्ती ने अपनी रणनीतिक सूझबूझ, बारीकी और समय पर फैसले लेने की क्षमता के साथ हर मोर्चे पर खुद को साबित किया है.
डॉक्टर से IPS बनने का सफर
डॉ. जीवी संदीप चक्रवर्ती का जन्म आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में हुआ था. उनके माता-पिता दोनों का ही हेल्थ सेक्टर से जुड़ाव था. दी हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ. चक्रवर्ती के पिता डॉ. जीवी रामा गोपाल राव कुरनूल के गवर्नेंट जनरल हॉस्पिटल में रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर (RMO) के पद से रिटायर हैं. उनकी माता पीसी रंगम्मा स्वास्थ्य विभाग की रिटायर्ड अधिकारी हैं.

शायद यही वजह थी कि डॉ. चक्रवर्ती भी मेडिकल की तरफ खिंचे चले आए. उन्होंने कुरनूल के ए-कैंप में मोंटेसरी पब्लिक स्कूल से स्कूलिंग की. इसके बाद कुरनूल मेडिकल कॉलेज से MBBS की पढ़ाई पूरी की. 2010 में उन्होंने बतौर डॉक्टर काम करना शुरू किया. हालांकि, एक डॉक्टर के तौर पर सेवा देने के बाद उन्होंने IPS को अपना करियर चुना और 2014 में IPS अधिकारी बने. उन्हें अरुणाचल-गोवा-मिजोरम और संघ राज्य क्षेत्र (AGMUT) कैडर मिला.
जम्मू-कश्मीर में डॉ. चक्रवर्ती का करियर रणनीतिक रूप से अहम और काफी रिस्की रहा. इससे उन्हें आतंकवाद-रोधी अभियानों, कम्युनिटी पुलिसिंग और पुलिस प्रशासन का गहराई के साथ अनुभव मिला. राज्य में उन्होंने SDPO उरी और सोपोर रहते हुए संवेदनशील इलाकों में फ्रंट लाइन पर पुलिस सेवा की.
इसके बाद उन्हें SP ऑपरेशन बारामूला पद पर तैनाती मिली, जहां उन्होंने आतंकवाद-रोधी अभियानों में काम किया. बाद में SP साउथ श्रीनगर, SP हंदवाड़ा, SSP कुपवाड़ा, SSP कुलगाम और SSP अनंतनाग की जिम्मेदारी मिलती चली गई. आगे चलकर उन्हें SSP श्रीनगर बनाकर राजधानी भेजा गया. संदीप चक्रवर्ती ने AIG CIV पुलिस मुख्यालय में भी काम किया है. यहां तैनाती के दौरान उन्होंने पुलिस के आंतरिक मामलों को बारीकी से देखा. इसके अलावा पुलिसिया डिसिप्लिन और सतर्कता पर नजर रखी.
डॉ. चक्रवर्ती के पास आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन का अच्छा-खासा अनुभव है. SSP अनंतनाग रहते हुए उन्होंने इलाके में आतंकवादी ठिकानों का भंडाफोड़ किया. उनकी लीडरशिप में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) अनंतनाग और सेना की 19 RR ने संगलन जंगल में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना पर एक बड़ी कार्रवाई की. वहां से 200 खाली AK कारतूस, 2 गैस सिलेंडर, एक चाइनीज ग्रेनेड, एक नाइट विजन डिवाइस और कई अन्य चीजें बरामद की गईं.
उन्होंने ना केवल आतंकी मोर्चे पर बल्कि ड्रग माफियाओं के खिलाफ भी बड़ी जंग छेड़ी. अलग-अलग जिलों में तैनाती के दौरान उन्होंने ड्रग तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाइयां कीं. ना केवल नशीली दवाइयों और मादक पदार्थ की सप्लाई से जुड़े लोगों पर एक्शन लिया गया, बल्कि उनकी लाखों-करोड़ों रुपये की संपत्तियां भी जब्त की गईं.
डॉ. चक्रवर्ती की स्पोर्ट्स में काफी दिलचस्पी है. उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर नजर दौड़ाएं तो स्पोर्ट्स से जुड़े ढेरों पोस्ट मिल जाएगे. खासकर, महान ब्राजीली फुटबॉलर पेले, अर्जेंटीना फुटबॉल टीम के कप्तान लियोनेल मेसी, सर्बियन टेनिस स्टार राफेल नडाल जैसे दिग्गजों के पोस्ट देखे जा सकते हैं. इसके अलावा वे समय-समय पर सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अलग-अलग खेलों से जुड़े इंडियन एथलीट्स और पैरालिंपियंस की हौसला-अफजाई करते रहते हैं.
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