The Lallantop
Advertisement

इस कंपनी ने 5400 करोड़ का मुनाफा कमाया, फिर 'ट्रंप टैरिफ' आया, अब कंपनी बिक गई है

Athletic shoe बनाने वाली अमेरिकन कंपनी Skechers को 9 बिलियन डॉलर (Skechers is sold for $9 billion) यानी 80 हजार करोड़ रुपये में खरीद लिया गया है. कंपनी को 3G Capital नाम की इनवेस्टमेंट फर्म ने खरीदा है. कंपनी ने साल 2024 में 5400 करोड़ का मुनाफा कमाया था.

Advertisement
The deal comes amid concerns about the impact of U.S. tariffs on foreign goods, particularly from China, where Skechers has significant production.
80 हजार करोड़ की कंपनी 80 हजार करोड़ में ही बिक गई
pic
सूर्यकांत मिश्रा
6 मई 2025 (Updated: 6 मई 2025, 07:15 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

Trump Tariffs का भूत भले तीन महीने के लिए भाग गया है, मगर उसका साया कंपनियों का पीछा नहीं छोड़ रहा. इसका असली असर कुछ महीनों बाद देखने को मिल ही जाएगा. लेकिन उसकी एक बानगी अभी नजर आ रही है. Trump Tariffs का शिकार खुद एक अमेरिकन कंपनी (Skechers is sold for $9 billion) बन गई है. 2024 में रिकॉर्ड तोड़ रेवेन्यू जनरेट करने वाली इस कंपनी को रातोरात प्राइवेट कंपनी बनना पड़ा है. कंपनी के बोर्ड ने बिना किसी ना-नुकुर के ऑफर हुई डील को मान लिया.

हम बात कर रहे हैं Athletic shoe बनाने वाली कंपनी Skechers की जिसे 9 बिलियन डॉलर यानी 80 हजार करोड़ रुपये में खरीद लिया गया है. कंपनी को 3G Capital नाम की इनवेस्टमेंट फर्म ने खरीदा है. पूरी बात बताते.

चीन में भारी निवेश ने फीते खोल दिए

जूतों के मार्केट में Skechers कोई छोटा-मोटा नाम नहीं है. इस अमेरिकी कंपनी के दुनियाभर में 5000 से ज्यादा आउटलेट हैं जिनमें से 1800 तो उसके खुद के हैं. कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024 में 8.97 बिलियन यानी लगभग 79 हजार करोड़ रुपये की बिक्री की थी और 5400 की कमाई की थी. कंपनी ने साल 2023 के मुकाबले 12.1 फीसदी की बढ़िया ग्रोथ भी दिखाई थी.

'ट्रंप टैरिफ' से एप्पल की बल्ले-बल्ले, तभी तो भारत से 600 टन iPhone उड़ा ले गई!

मगर अब कंपनी बिक गई है, वो भी अपने बाजार मूल्य के आसपास ही. आमतौर पर ऐसे रिकॉर्ड फायदे वाली कंपनी के साथ ऐसा नहीं होता है. 3G Capital ने 63 डॉलर प्रति शेयर के भाव पर कंपनी के बोर्ड को डील ऑफर की थी. ये कंपनी के शेयर के दामों से 30 फीसदी ज्यादा है. बोर्ड ने इसे मान लिया. इस साल की तीसरी तिमाही तक सौदा पूरा होने की उम्मीद है. इसके बाद ये एक प्राइवेट कंपनी होगी. मतलब शेयर मार्केट से कंपनी हट जाएगी. इन्वेस्टर्स अब इसे ऑपरेट करेंगे. वैसे तो कंपनी ने अपनी प्रेस रिलीज में Trump Tariffs का जिक्र नहीं किया है, मगर इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट इसकी तरफ ही इशारा करती है.

दरअसल Skechers अपने प्रोडक्शन के लिए पूरी तरह से चीन और एशिया के कुछ देशों पर निर्भर है. उसने चीन में मोटा इनवेस्टमेंट कर रखा है. चूंकि ट्रंप ने चीन के ऊपर 125 फीसदी का टैरिफ लगाया है तो अब उसके लिए अमेरिका सहित दूसरे देशों में माल आयात करना बहुत महंगा हो जाएगा. Skechers जैसी कंपनियों पर तो ये टैरिफ 159 फीसदी से भी ज्यादा लगेगा. कंपनी के CFO John Vandemore ने अप्रैल के महीने में इस बात की पुष्टि की थी.

वैसे कंपनी की कुल बिक्री का महज 15 फीसदी ही अमेरिका और चीन से आता है. माने उसकी बिक्री का बहुत बड़ा हिस्सा दुनिया के दूसरे देशों से जुड़ा है, जहां अपनेआप ही माल महंगा होने वाला है. ऐसे में कंपनी ने अपने आपको बेचने का फैसला किया. 

वैसे इस फैसले का असर फिलहाल कंपनी के रोजमर्रा के कामकाज पर नहीं पड़ेगा. Robert Greenberg कंपनी के सीईओ और चेयरमेन बने रहेंगे. कंपनी का हेडऑफिस भी Manhattan Beach, California ही रहेगा, जहां इसे आज से 3 दशक पहले स्टार्ट किया गया था. 

वीडियो: अचानक PMO क्यों पहुंचे राहुल गांधी?

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement