'रोहिणी दीदी ने जो कहा, हम समझ गए... ', अपने ऊपर लगे आरोपों पर संजय यादव ने तोड़ी चुप्पी
इसी महीने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सवाल उठाया गया कि Sanjay Yadav पार्टी में Tejashwi Yadav की जगह लेना चाहते हैं. Rohini Acharya ने इस पोस्ट को शेयर कर दिया. विवाद यहीं से शुरू हुआ. सोशल मीडिया पर जब रोहिणी को निशाना बनाया गया तो उन्होंने अपना जवाब लिखा. अब उनके पोस्ट पर संजय यादव की प्रतिक्रिया आई है.

लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) के हालिया एक्स पोस्ट और अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर RJD नेता संजय यादव (Sanjay Yadav) ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि रोहिणी ने जिस संदर्भ में पोस्ट लिखा था, उसको वो समझते हैं. संजय ने आगे कहा कि रोहिणी ने समाज और देश के लिए जो बलिदान दिया है, उसे BJP के नेता कभी नहीं समझ सकते.
दरअसल, ये पूरा मामला शुरू हुआ रोहिणी आचार्य के एक पोस्ट से. रोहिणी ने 18 सितंबर की सुबह एक फेसबुक पोस्ट को शेयर किया, यह पोस्ट पटना के आलोक कुमार ने लिखा था. इसमें तेजस्वी के करीबी संजय यादव के खिलाफ टिप्पणी की गई थी. इस पोस्ट में एक तस्वीर भी शेयर की गई थी. तस्वीर तेजस्वी यादव की बिहार अधिकार यात्रा के दौरान की थी. इस तस्वीर में रथ (बस) में उस सीट पर संजय यादव बैठे दिख रहे हैं, जो तेजस्वी यादव की है. इस सीट पर बैठने के लिए संजय की आलोचना की गई थी. इसमें इशारों-इशारों में दावा किया गया था कि संजय यादव पार्टी में तेजस्वी यादव की जगह लेना चाहते हैं.
रोहिणी आचार्य ने फेसबुक पर इस पोस्ट को शेयर किया था, इसलिए माना जाने लगा कि इस पोस्ट से वो भी सहमत हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, रोहिणी द्वारा इस पोस्ट को शेयर किए जाने के बाद से लालू परिवार में अनबन की खबरें आने लगीं. इसके बाद सोशल मीडिया पर रोहिणी आचार्य को निशाना बनाया गया और विवाद बढ़ता चला गया.
इसके बाद रोहिणी आचार्य ने एक्स पर एक पोस्ट किया. इसमें उन्होंने पिता को किडनी दिए जाने को लेकर उठ रहे सवालों पर आलोचकों को चुनौती दी. उन्होंने कहा कि अगर कोई ‘पिता को किडनी देने की बात को’ झूठ साबित कर दे तो वो राजनीति छोड़ देंगी.
संजय यादव इस मामले पर अब क्या बोले?अब इसी मामले पर संजय यादव ने न्यूज एजेंसी ANI से बात की है. उन्होंने कहा,
रोहिणी दीदी ने जिस संदर्भ में ये कहा, हम सभी समझ गए... हमारी पार्टी एकजुट है, और पार्टी में कोई गलतफहमी नहीं है. रोहिणी दीदी ने इस देश और समाज के लिए जो बलिदान दिया है, उसे भाजपा के लोग कभी नहीं समझ सकते... ये पार्टी, ये परिवार शुरू से ही ऐसे नकारात्मक लोगों का मुकाबला करते रहे हैं. RJD एकजुट है, परिवार एकजुट है, और हम सब एक ही लक्ष्य के लिए काम कर रहे हैं- भाजपा को हराना और इस सरकार को उखाड़ फेंकना.
RJD से राज्यसभा सांसद संजय यादव ने पूछे जाने पर अपने बारे में कहा,
संजय यादव RJD के एक अदने से समर्पित कार्यकर्ता हैं, जिन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक जिम्मेदारी सौंपी है, जो अन्य कार्यकर्ताओं को भी सौंपी गई है... वो (भाजपा) भ्रम पैदा करना चाहते हैं. लेकिन बिहार लोकतंत्र की जननी है.
बिहार ने हमेशा लोकतंत्र को समृद्ध किया है. BJP वाले चुनाव आयोग के माध्यम से लोकतंत्र को नष्ट करना चाहते हैं. बिहार ऐसा नहीं होने देगा. कोई गलतफहमी नहीं है. हर कोई प्रेम और सद्भाव के साथ एक ही लक्ष्य के लिए काम कर रहा है- भाजपा को हराना, इस सरकार को उखाड़ फेंकना... बिहार एकमात्र ऐसा राज्य है जहां उनका (भाजपा का) कोई मुख्यमंत्री नहीं रहा है. इसलिए भाजपा इन सभी हथकंडों का सहारा लेगी. वो दस-दस हजार रुपये बांट रहे हैं. वो तीन प्रभारी बदल रहे हैं. तो, इससे आप समझ सकते हैं कि ये लोग बिहार को लेकर कितने चिंतित हैं.
पिछले दिनों रोहिणी आचार्य को लेकर तेजस्वी ने भी बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि रोहिणी आचार्य की कोई राजनीतिक इच्छा नहीं है. उन्होंने कभी खुद के लिए या फिर किसी और के लिए टिकट की मांग नहीं की है. तेजस्वी यादव ने कहा,
रोहिणी दी ने मुझे पाल पोस कर बड़ा किया है. उन्होंने हमेशा से पार्टी को मजबूत करने और राजनीति में मुझको आगे बढ़ाने का काम किया है. उन्होंने कभी भी राज्यसभा या फिर विधानसभा टिकट की मांग नहीं की है. उन्होंने अपने पिता के लिए जो बलिदान दिया है वो आज के समय में शायद ही कोई बेटी कर पाएगी.
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