'BJP के कई नेता हमारे साथ गठबंधन चाहते', संजय राउत का नया बयान आया है
Sanjay Raut ने कहा है कि असली शिवसेना को छोड़कर नई 'डुप्लिकेट शिवसेना' बनाई गई, और बीजेपी ने उसे पूरा समर्थन दिया. उन्होंने कहा कि जो उनके हक में था, वो एकनाथ शिंदे को दे दिया गया.

महाराष्ट्र में शिवसेना (UBT) और बीजेपी क्या एक बार फिर साथ आ सकते हैं? ये कयास संजय राउत (Sanjay Raut) के एक बयान के बाद लगाए जा रहे हैं. दरअसल, उन्होंने कहा है कि बीजेपी के कई नेता शिवसेना (UBT) के साथ गठबंधन करना चाहते हैं. हालांकि, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राउत के इस दावे को खारिज कर दिया है. फडणवीस ने कहा है कि कैज्यूल मीटिंग्स को राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.
दरअसल, 28 जनवरी को बीजेपी विधायक पराग अलावानी की बेटी की शादी की रिसेप्शन थी. इस शादी समारोह के दौरान BJP नेता चंद्रकांत पाटिल और शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे की मुलाकात हुई थी. वहां उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी मिलिंद नार्वेकर भी मौजूद थे. हंसी-मजाक के रूप में उनके बीच कुछ बातचीत हुई.
NDTV की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रिसेप्शन में शामिल लोगों ने बताया कि नार्वेकर ने पाटिल के साथ मजाक किया. उन्होंने कहा कि ये अच्छा है कि यहां कोई पत्रकार नहीं हैं, वो कहेंगे कि हमारे बीच गठबंधन की बातचीत चल रही है.
राउत का बयान इस मुलाकात के बाद आया है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा है,
चंद्रकांत पाटिल हमारे मित्र हैं. वो हमेशा से BJP और शिवसेना के बीच गठबंधन के समर्थक रहे हैं. बीजेपी में अब बहुत सारे बाहरी लोग आ गए हैं. उन्हें हमारे 25 साल पुराने गठबंधन के महत्व की जानकारी नहीं है. ऐसे लोगों का बीजेपी या हिंदुत्व से कोई संबंध नहीं है.
संजय राउत ने कहा कि उनका हक एकनाथ शिंदे को दे दिया गया. उन्होंने कहा कि जैसे चंद्रकांत पाटिल बीजेपी और शिवसेना (UBT) के गठबंधन की भावना रखते हैं, कई और बीजेपी नेता भी ऐसी ही भावना रखते हैं.
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राउत ने कहा,
बीजेपी के कुछ लोगों के कारण हम MVA में गए. हमारी असली शिवसेना को छोड़कर जो नई 'डुप्लिकेट शिवसेना' बनी है, उसे बीजेपी ने पूरा समर्थन दिया है. जो हमारा हक था, वो एकनाथ शिंदे को दे दिया गया. मुझे इस बात पर संदेह है कि एकनाथ शिंदे कितने समय तक BJP के साथ रह पाएंगे. वो केवल सत्ता और पैसे के बल पर टिके हुए हैं.
हालांकि, राउत ने ये भी कहा कि फिलहाल वो 'वेट एंड वॉच' की नीति पर हैं. उन्होंने ये स्पष्ट किया कि दोनों दलों के बीच फिलहाल आधिकारिक रूप से कोई बातचीत नहीं हुई है.
महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने भी कुछ ऐसा ही बयान दिया है. उन्होंने भी कहा कि बीजेपी और शिवसेना (UBT) के कई नेता मानते हैं कि दोनों दलों को साथ रहना चाहिए. हालांकि, उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि इस मामले पर कोई भी फैसला उद्धव ठाकरे ही लेंगे.
इससे पहले NCP (अजित पवार) और NCP (शरद पवार) के बीच भी गठबंधन की चर्चा चली थी. NCP (शरद पवार), विपक्षी गठबंधन MVA का हिस्सा है. अजित पवार महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री हैं.
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