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इंडियन नेवी ने अरब सागर में क्यों उतारे अपने 40 वॉरशिप? नेवी चीफ ने वजह बता दी

Navy Chief Admiral Dinesh Tripathi ने बताया कि Gulf of Aden में 2008 से नौसेना की मौजूदगी है. इस दौरान नेवी ने 138 जंगी जहाज तैनात किए हैं, जिन्होंने करीब 7,800 व्यापारी जहाजों को अब तक सुरक्षित तरीके से एस्कॉर्ट किया है.

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red sea gilf od aden area 40 indian navy warships are deployed to protect cargo from houthis
इंडियन नेवी चीफ एडमिरल दिनेश त्रिपाठी (PHOTO-India Today)
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मंजीत नेगी
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2 दिसंबर 2025 (Published: 03:17 PM IST)
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इंडियन नेवी चीफ एडमिरल दिनेश त्रिपाठी (Admiral Dinesh Tripathi) ने 2 दिसंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत की नेवी (Indian Navy) किसी भी खतरे के लिए हमेशा और पूरी क्षमता से तैयार है. नेवी चीफ उभरते ग्लोबल समुद्री खतरों के लिए नेवी फोर्स के प्रोएक्टिव अप्रोच पर जोर दिया. नेवी चीफ ने इस दौरान लाल सागर (red sea) में हूती (Houthi) जैसे नॉन-स्टेट एक्टर्स (वो जो किसी सरकार या देश के आधिकारिक प्रतिनिधि नहीं हैं) की कार्रवाइयां भी शामिल हैं.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में, एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि नेवी ने समुद्री रास्तों की सुरक्षा और लगभग 50 हजार करोड़ से अधिक के कार्गो के सुरक्षित रास्ते को पक्का करने के लिए 40 बड़े जहाज तैनात किए हैं. उन्होंने बताया कि हाल के ऑपरेशंस में भारतीय जहाजों ने 52 समुद्री लुटेरों को पकड़ा है. नेवी चीफ ने जिक्र किया कि इंडियन नेवी 2008 से लगातार अदन की खाड़ी में मौजूद है. उसने 138 जंगी जहाज तैनात किए हैं, जिन्होंने करीब 7,800 व्यापारी जहाजों को अब तक सुरक्षित तरीके से एस्कॉर्ट किया है.

ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है

अपने भाषण में, नेवी चीफ ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भी बात की. यह पाकिस्तान के खिलाफ भारत की जवाबी कार्रवाई थी, जिसे पहलगाम में अप्रैल में हुए आतंकी हमले के जवाब में मई में शुरू किया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे. एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान नेवी के आक्रामक रवैये और समुद्री जानकारी में बढ़ोतरी ने यह पक्का किया कि पाकिस्तानी नेवी ‘कभी बाहर न निकले.’

(यह भी पढ़ें: बंगाल की खाड़ी में घूम रहे थे चीनी बैटलशिप! भारत ने ब्रह्मोस का परीक्षण कर चौंका दिया)

उन्होंने कहा कि उत्तरी अरब सागर में कैरियर बैटल ग्रुप की तैनाती ने पाकिस्तानी नेवल यूनिट्स को उनके पोर्ट्स या मकरान कोस्ट तक ही सीमित रखा. इससे कोई भी ऐसी कार्रवाई वो (पाकिस्तान) नहीं कर सके. साथ ही इससे पाकिस्तान को भारी आर्थिक नुकसान भी हुआ. उन्होंने आगे बताया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी चल रहा है और इसलिए कई डिटेल्स पब्लिक में नहीं बताई जा सकतीं.

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