रायबरेली पुलिस मौके पर आई थी, फिर भी बच ना सका दलित युवक! नए वीडियो से हंगामा
Raebareli Dalit Mob Lynching मामले में नई जानकारियां सामने आई हैं, जिसने पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि घटना की रात हरिओम की हत्या से पहले पुलिस वहां पहुंची थी, लेकिन कुछ नहीं किया.

उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक दलित व्यक्ति हरिओम की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में नया एंगल सामने आया है. आरोप है कि हरिओम को पीटने से पहले भीड़ ने उसे जब पकड़ा था तो पुलिस वहां पहुंची थी, लेकिन उसे बचाया नहीं और न ही कोई एक्शन लिया. कथित तौर पर पुलिस उसे वहीं भीड़ के पास छोड़कर चली गई.
पुलिस को दी गई थी सूचनादैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार घटना की रात जब भीड़ ने हरिओम को घेरा था तो एक व्यक्ति ने पुलिस को इसकी सूचना दी थी. उसने बताया था कि एक चोर को 50-60 लोग घेर कर खड़े हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस थाना, घटनास्थल से मुश्किल से 10 मिनट दूरी पर था, लेकिन 45 मिनट तक कोई नहीं आया.
पुलिस के जाने के बाद भीड़ ने पीटाइसके बाद पुलिस को दोबारा फोन किया गया. फिर PRV गाड़ी में कुछ पुलिसकर्मी और होमगार्ड वहां आए. उन्होंने हरिओम से पूछताछ की. पता चला कि वह मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है. इस पर एक होमगार्ड ने कहा कि इसे थाने पर छोड़ देते हैं, लेकिन दूसरे पुलिसकर्मी ने इससे इनकार कर दिया और गाड़ी में बैठे-बैठे कहा कि इसको जाने दो, जहां जाना होगा चला जाएगा. पुलिस के जाने बाद फिर भीड़ ने हरिओम को इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई.
परिजनों ने भी उठाए सवालनई जानकारी सामने आने के बाद अब पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं. मृतक हरिओम की बहन ने भी कहा है कि घटना के समय पुलिस मौजूद थी. अगर वह समय रहते एक्शन लेती तो उसके भाई की जान बच जाती. इधर, रायबरेली पुलिस ने 6 अक्टूबर की रात 11 बजे सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि मामले में 5 लोगों को BNS की धारा 103 के तहत गिरफ्तार किया गया है. अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. 3 पुलिसकर्मियों को भी निलंबित किया गया है.
क्या है मामला?याद दिला दें कि पूरा मामला 2 अक्टूबर की रात का है, जब उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक दलित व्यक्ति हरिओम की कुछ लोगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. पुलिस का कहना है कि लोगों ने उसे चोर समझकर मारा था. 3 अक्टूबर को हरिओम की हत्या का पहला वीडियो सामने आया था. इस वह जख्मी हालत में ज़मीन पर पड़े दिखाई दे रहे थे. उनके सिर से खून बह रहा था, शरीर में चोटों के निशान थे और एक शख्स उनकी गर्दन पर पैर रख कर खड़ा था. फिर 4 अक्टूबर को घटना का एक और वीडियो सामने आया. इसमें हरिओम को पीटने वाली भीड़ ने उनका नाम-पता पूछा. जिस पर हरिओम ने चिल्ला कर कहा- राहुल गांधी. इसके बाद पीट रही भीड़ में से किसी शख्स ने कहा, 'यहां सब बाबा वाले आदमी हैं.'
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