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पंजाब सरकार ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के 7 साथियों पर लगा NSA हटाया, असम से वापस लाए जाएंगे

अमृतपाल सिंह के सहयोगियों को असम की डिब्रूगढ़ जेल से वापस लाया जाएगा. पंजाब सरकार ने ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उनके नौ सहयोगियों पर 2023 में NSA लगाया था.

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Punjab Government Decided Not To Extend The Detention Of Seven Aides of Pro Khalistani Leader and MP Amritpal Singh
वारिस पंजाब संगठन का प्रमुख अमृतपाल सिंह. (फाइल फोटो)
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रिदम कुमार
17 मार्च 2025 (Published: 02:50 PM IST)
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पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने खालिस्तान समर्थक नेता और सांसद अमृतपाल सिंह के सात सहयोगियों पर लगा राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) हटाने का फैसला किया है. फिलहाल ये सभी असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं. इस फैसले के बाद उन्हें 20 मार्च को पंजाब लाया जाएगा. उनके ख़िलाफ मुकदमे अब पंजाब में ही चलाए जाएंगे. 

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, अमृतसर (ग्रामीण) के SSP मनिंदर सिंह ने ख़बर की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि अमृतपाल सिंह, उसके चाचा हरजीत सिंह और पपलप्रीत सिंह को छोड़कर बाकी सभी को असम की डिब्रूगढ़ जेल से वापस लाया जाएगा. इन्हें अजनाला मामले में फिर से गिरफ्तार किया जाएगा. पंजाब सरकार ने ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उनके नौ सहयोगियों पर 2023 में एक साल के लिए NSA लगाया था. इसके बाद फिर 2024 में इसे आगे बढ़ाया गया था. लेकिन अबकी बार राज्य सरकार ने इसे आगे नहीं बढ़ाया है. 

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अमृतपाल सिंह के वकील इनमान सिंह खारा ने कहा, 

अगर पंजाब सरकार ने तीसरी बार NSA नहीं बढ़ाने का फैसला किया है तो बंदियों को पंजाब वापस लाया जाना चाहिए. हालांकि इनमें से सिर्फ चार लोगों का NSA 18 मार्च को पूरा होगा. लेकिन यात्रा पर खर्च बचाने के लिए सभी को साथ वापस लाया जा सकता है. 

क्या है पूरा मामला?

23 फरवरी, 2023 को लगभग 200-250 लोगों की भीड़ ने पंजाब के अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमला किया था. अमृतपाल इस भीड़ का नेतृत्व कर रहे थे. भीड़ के पास काफी संख्या में हथियार भी थे. भीड़ का मकसद पुलिस हिरासत में लिए गए एक सहयोगी को छुड़ाना था. इस दौरान छह पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे. कानूनी कार्रवाई के बाद अमृतपाल के कई सहयोगियों को NSA के तहत हिरासत में लिया गया था. 

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सुरक्षा चिंताओं के चलते में अमृतपाल सिंह और उनके सहयोगियों को असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था. वहीं, जेल में रहते हुए अमृतपाल ने पंजाब की चर्चित लोकसभा सीट खडूर साहिब सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. लेकिन अब इस मामले को लेकर पंजाब पुलिस अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमले के सिलसिले में बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है.

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