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PoK में पाकिस्तान के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन, पुलिस ने लोगों पर चलाई गोली, 12 की मौत

Pakistan-Occupied Kashmir (PoK) में 29 सितंबर से ही लोग सड़कों पर हैं. प्रोटेस्ट कर रहे लोगों को हटाने के लिए पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने फायरिंग की. फायरिंग में मुजफ्फराबाद में 5, धीरकोट में 5 और डादयाल में कम से कम 2 लोग मारे गए हैं. 200 लोग घायल हुए हैं.

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civilians killed in firing by Pakistani forces protests in pok
पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में सड़कों पर उतरे लोग (PHOTO-India Today)
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मानस राज
2 अक्तूबर 2025 (Published: 01:06 PM IST)
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पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में लोग सड़कों पर हैं. बीते कुछ सालों को देखें तो ये PoK में सबसे बड़ा प्रोटेस्ट है. पीओके के लोगों ने पाकिस्तानी सरकार के सामने 38 मांगें रखते हुए ये प्रोटेस्ट शुरू किया था. लोगों के विरोध का एक कारण पूरे क्षेत्र में पाकिस्तानी फौज (Pakistan Army) की बहुत अधिक तैनाती होना भी था. लेकिन पाकिस्तान की सरकार ने प्रोटेस्ट कर रहे लोगों पर गोली चलवा दी. इस फायरिंग (PoK Firing) में कम से कम 12 लोगों की मौत हुई है.

तीन दिनों से जारी है प्रोटेस्ट 

पीओके में 29 सितंबर से ही लोग सड़कों पर हैं. प्रोटेस्ट कर रहे लोगों को हटाने के लिए पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने फायरिंग और आंसू गैस के गोले दागे. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक फायरिंग में मुजफ्फराबाद में 5, धीरकोट में 5 और डादयाल में कम से कम 2 लोग मारे गए हैं. साथ ही 3 पुलिसकर्मियों की भी मौत हुई है. इसके अलावा 200 से अधिक लोग घायल हैं जिनमें अधिकतर लोगों को गोली लगने की वजह से गंभीर चोट आई है. पाकिस्तानी सरकार ने स्थिति को कंट्रोल करने के लिए इस्लामाबाद और पंजाब से हजारों सैनिकों को पीओके भेजा है.

जम्मू-कश्मीर जॉइंट अवामी एक्शन कमेटी (AAC) के नेतृत्व में चल रहे विरोध प्रदर्शनों ने पहले से ही अशांत पीओके के क्षेत्र में आम जनजीवन को पूरी तरह ठप कर दिया है. 29 सितंबर को विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से बाजार, दुकानें और स्थानीय व्यवसाय बंद हैं. मोबाइल, इंटरनेट और लैंडलाइन सेवाएं भी पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं. इस आंदोलन का मुख्य मुद्दा पाकिस्तान में रह रहे कश्मीरी शरणार्थियों के लिए आरक्षित पीओके की 12 विधानसभा सीटों को खत्म करने की मांग है. अन्य मांगों में टैक्स में राहत, आटे और बिजली पर सब्सिडी के साथ क्षेत्र में चल रहे डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स को पूरा करना शामिल है. एक बड़ा मुद्दा पीओके में बड़ी सख्या में आर्मी के जवानों की तैनाती भी है. 

इस बीच, यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी (UKPNP) के प्रवक्ता नासिर अजीज खान ने संयुक्त राष्ट्र (UN) और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से तत्काल इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने की अपील की है. जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के 60वें सेशन में बोलते हुए, नासिर अजीज खान ने पीओके में मानवीय संकट की चेतावनी दी है. 

वीडियो: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में लोग शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ सड़कों पर, फायरिंग में 8 की मौत

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