The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • India
  • Pakistan Madam N noshaba Shehzad make indian influencers into spy jyoti malhotra temples gurudwaras churches

भारतीय इन्फ्लुएंसर्स के पाकिस्तानी जासूस बनने के पीछे ISI की 'Madam N'?

'Madam N' ने India के करीब 3,000 नागरिकों और 1,500 प्रवासी भारतीयों को पिछले 6 महीनों में Pakistan बुलाया. इनमें से कई को ISI और पाकिस्तानी सेना के संपर्क में लाया गया. इसका मकसद भारत में 'स्लीपर सेल' जासूसों का जाल बिछाना था.

Advertisement
Pakistan, Madam N, Noshaba Shehzad
पाकिस्तान में नौशाबा शहजाद को Madam N नाम दिया गया है. (instagram.com/noshabashehzad)
pic
मौ. जिशान
5 जून 2025 (Updated: 5 जून 2025, 10:44 PM IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

पाकिस्तान की एक महिला कारोबारी का नाम भारत में हाल में पकड़े गए कथित पाकिस्तानी जासूसों से जोड़ा जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस महिला को 'Madam N' के नाम से जाना जाता है. भारत में पकड़े गए कुछ सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की पूछताछ में सामने आया कि 'Madam N' ने ही उन्हें पाकिस्तान बुलाया और धीरे-धीरे जासूसी के जाल में फंसा लिया.

NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, 'Madam N' का असली नाम नौशाबा शहजाद है. ये नाम उन्हें ISI ने दिया है. नौशाबा पाकिस्तान के लाहौर में 'जैयाना ट्रैवल एंड टूरिज्म' नाम की एक ट्रैवल कंपनी चलाती है. नौशाबा के पति का नाम शहजाद मसूद है, जो पाकिस्तानी सिविल सर्विस के रिटायर्ड अफसर हैं.

नौशाबा की कंपनी हिंदू, सिख और दूसरे धर्मों के लोगों को धार्मिक स्थलों जैसे मंदिर, गुरुद्वारे और चर्चों की यात्रा करवाती है. लेकिन दावा किया जा रहा है कि ये कंपनी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम कर रही थी.

रिपोर्ट में बताया गया कि 'Madam N' यानी नौशाबा शहजाद ने भारत के करीब 3,000 नागरिकों और 1,500 प्रवासी भारतीयों को पिछले 6 महीनों में पाकिस्तान बुलाया. इनमें से कई को ISI और पाकिस्तानी सेना के संपर्क में लाया गया. इन यात्राओं के पीछे मकसद था भारत में 'स्लीपर सेल' यानी छुपे हुए जासूसों का जाल बिछाना.

इस महिला के तार दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन से भी जुड़े हैं. वो वीजा विभाग के अफसरों जैसे- फर्स्ट सेक्रेटरी (वीजा) सुहैल कमर और काउंसलर (ट्रेड) उमर शेरयार के सीधे संपर्क में थी. जिसके लिए भी वो कहती, उसे तुरंत वीजा मिल जाता था.

ISI का एक और एजेंट 'दानिश उर्फ एहसान-उर-रहमान' भी वीजा अधिकारी के रूप में भारत में काम कर रहा था, जिसे मई में देश से निकाल दिया गया. जासूसी के मामले में पकड़ी गई भारतीय यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के मामले में दानिश का नाम सामने आया था.

रिपोर्ट के मुताबिक नौशाबा शहजाद की कंपनी के जरिए जो भी भारतीय नागरिक पाकिस्तान धार्मिक यात्रा पर जाता, उससे भारी रकम वसूली जाती. ये पैसा पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा और जासूसी नेटवर्क को मजबूत करने में इस्तेमाल होता था.

इतना ही नहीं नौशाबा शहजाद ने दिल्ली समेत भारत के कई शहरों में अपने ट्रैवल एजेंट भी तैनात किए हैं, जो सोशल मीडिया पर उसकी कंपनी का प्रोमोशन कर रहे हैं. इस पूरे मामले ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है.

वीडियो: ज्योति मल्होत्रा के बाद यूट्यूबर जसबीर सिंह को पुलिस ने जासूसी के आरोप में धर लिया

Advertisement

Advertisement

()