पाकिस्तानी सेना ने देर रात अपने ही लोगों पर गिराए बम, कई बच्चों समेत 30 लोगों की मौत
Pakistan Air Force के JF-17 फाइटर जेट्स ने खैबर पख्तूनख्वा के एक गांव पर एयरस्ट्राइक कर दी, जिससे करीब 30 नागरिकों की जान चली गई. मरने वालों में ज्यादातर बच्चे और महिलाएं शामिल हैं. ये तब हुआ जब ये सभी सो रहे थे.
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पाकिस्तानी वायु सेना ने अपने ही नागरिकों पर एयरस्ट्राइक (Pakistan Airstrike) कर दी है, जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम 30 निर्दोष लोगों की जान चली गई. जानकारी के मुताबिक, 21 और 22 सितंबर की दरमियानी रात JF-17 फाइटर जेट ने खैबर पख्तूनख्वा के एक गांव पर कथित तौर पर आठ बम गिराए. हालांकि, अभी तक पाकिस्तान सरकार का इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
आजतक से जुड़े अरविंद ओझा की रिपोर्ट के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के तिराह घाटी स्थित मत्रे दारा गांव पर यह हमला किया गया. पाकिस्तानी वायु सेना के JF-17 फाइटर जेट्स ने आठ LS-6 बम गिराए, जिससे गांव का एक बड़ा हिस्सा नष्ट हो गया. जबकि करीब 30 नागरिकों की जान चली गई. मरने वालों में ज्यादातर बच्चे और महिलाएं शामिल हैं. इस बीच, कई लोगों के घायल होने की भी खबरें हैं. हालांकि, इसकी पुष्टि होना अभी बाकी है.
सोते समय मार दियास्थानीय निवासियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रात में गांव में लोग जब सो रहे थे, तभी तेज धमाकों की आवाज सुनाई दी. बमबारी इतनी तेज थी कि गांव का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह से तबाह हो गया है. कई घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं. बमबारी के बाद मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है.
स्थानीय लोग अपने स्तर पर बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में ले जाया जा रहा है. घटनास्थल से विचलित कर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. जिनमें बच्चों समेत कई शव बिखरे पड़े दिखाई दे रहे हैं. मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है.
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NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा में पहले भी कई आतंकवाद-रोधी अभियान चलाए जा चुके हैं, जिनमें कई नागरिकों की मौत की खबरें आई हैं. इस साल की शुरुआत में, जून में, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल’ ने कहा था कि खैबर पख्तूनख्वा में बार-बार होने वाले ड्रोन हमले पाकिस्तान में नागरिक जीवन के प्रति खतरा पैदा कर रहे हैं.
खैबर पख्तूनख्वा पुलिस के मुताबिक, इस साल जनवरी से अगस्त के बीच प्रांत में 605 आतंकवादी घटनाएं हुईं, जिनमें कम से कम 138 नागरिक और 79 पाकिस्तानी पुलिसकर्मी मारे गए. अकेले अगस्त में ही 129 घटनाएं दर्ज की गईं.
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