ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 100 से ज्यादा सैनिक मारे गए, डिप्टी आर्मी चीफ का बड़ा खुलासा
डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि 100 से ज्यादा आतंकी भी ढेर हुए.

भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने खुलासा किया है कि मई में हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' में पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ था. इस ऑपरेशन में 100 से अधिक पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे (Over 100 Pakistani soldiers killed in Operation Sindoor). साथ ही 100 से ज्यादा आतंकी ढेर कर दिए गए.
डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (स्ट्रैटेजी) और डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने ये दावा किया है. घई ने यूनाइटेड नेशन्स ट्रूप कॉन्ट्रिब्यूटिंग नेशन्स के आर्मी चीफ के सम्मेलन में इसकी विस्तृत जानकारी साझा की.
ऑपरेशन की अब तक का सबसे सटीक जानकारी देते हुए लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा कि भारतीय वायु सेना ने 9 और 10 मई की रात को कई पाकिस्तानी एयरबेस हमले किए. उन्होंने बताया कि दोनों के DGMO के बीच पहले से बातचीत होने के बावजूद पाकिस्तानी ड्रोन भारतीय एयर स्पेस में घुसे. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक घई ने कहा,
“हमने उनके 11 एयरबेस को हिट किया. जिसमें 8 एयरबेस, तीन हैंगर और चार रडार को नुकसान पहुंचा. ज़मीन पर पाकिस्तानी हवाई संपत्तियां भी नष्ट हुईं.”
घई ने इस बात की पुष्टि भी की कि भारतीय स्ट्राइक्स में पाकिस्तान का एक C-130 एयरक्राफ्ट, एक एयरबॉर्न अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C), और चार से पांच फाइटर जेट गिराए गए. अधिकारी ने ये भी बताया कि इस ऑपरेशन में 300 किलोमीटर दूर टारगेट को भी खत्म किया गया. ये जमीन से हवा में मार करने वाला लंबी दूरी का दुनिया का सबसे बड़ा ऑपरेशन था.
नौसेना अलर्ट पर थीऑपरेशन के दौरान भारतीय नौसेना को भी हाई अलर्ट पर रखा गया था. घई ने इसके बारे में भी डिटेल्स शेयर कीं. उन्होंने बताया,
“अगर दुश्मन ने इसे और आगे बढ़ाने का फैसला किया होता, तो ये न केवल समुद्र से, बल्कि अन्य तरीकों से भी उनके लिए विनाशकारी हो सकता था.”
घई के अनुसार पाकिस्तान ने ऑपरेशन शुरू होने के 88 घंटों के भीतर युद्ध विराम की मांग की थी. उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान में नौ ठिकानों पर टारगेटेड, कंट्रोल्ड, और बिना किसी उकसावे वाले हमले किए थे.
आतंकियों के बारे में क्या बताया?22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुई आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया था. घई ने बताया कि आतंकियों को 96 दिनों के भीतर खत्म कर दिया गया. उन्होंने कहा,
“जब ये तीनों आतंकी मिले थे, तो वे दौड़ते-भागते थक गए थे. वो सभी कुपोषितों की तरह थे. लोगों के साथ न्याय किया गया. आतंक के खिलाफ हमारी रणनीति में सैद्धांतिक बदलाव आया है.”
घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में 7 मई की सुबह किए गए हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए थे. उन्होंने बताया,
"22 अप्रैल से 6-7 मई के बीच, प्लानिंग चल रही थी. हम अपने टारगेट्स को चुन लिया था. सीमाओं पर एहतियातन सैनिकों की तैनाती कर दी गई थी. दुश्मन को रोकने के लिए इंटर एजेंसी कोआर्डिनेशन भी सुनिश्चित किया जा रहा था."
घई ने ये भी कहा कि भारत ने 1980 के दशक के बाद से जम्मू-कश्मीर में 28 हजार से अधिक आतंकवादी घटनाओं को झेला है. उन्होंने कहा,
"90 के दशक से अब तक 1 लाख से अधिक अल्पसंख्यक लोगों को जम्मू-कश्मीर से बाहर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. 60 हजार से अधिक परिवारों का पलायन हुआ. 15 हजार नागरिक और 3 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं. और ये बहुत स्पष्ट है कि ये सब कहां से हो रहा है."
बता दें कि वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने भी पुष्टि की थी कि भारत की स्ट्राइक में C-130 ट्रांसपोर्ट विमान नष्ट हुआ था. उन्होंने ये भी बताया था कि पाकिस्तान के चार-पांच फाइटर जेट हैंगर में खड़े थे, वो भी नष्ट किए गए. उन्होंने ये भी बताया था कि एक एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) या सिग्नल्स इंटेलिजेंस (SIGINT) विमान, F-16 और JF-17 क्लास के कई एडवांस लड़ाकू विमानों को नष्ट किया गया था.
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