ओडिशा के कटक में दुर्गा मूर्ति विसर्जन पर हिंसक बवाल, DCP घायल हुए, इंटरनेट बंद
Odisha Cuttack Violent Clash: दुर्गा मूर्ति विसर्जन जुलूस दरगाह बाजार इलाके में पहुंचा, तो दो पक्षों के बीच हिंसा भड़क उठी. कुछ स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर जुलूस के दौरान तेज आवाज में म्यूजिक बजाने पर आपत्ति जताई थी.

ओडिशा सरकार ने कटक में 24 घंटे के लिए इंटरनेट और सोशल मीडिया पर बैन लगा दिया है. कटक में शुक्रवार, 4 सितंबर की देर रात दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसक बवाल हो गया था. दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प के बाद गृह विभाग ने वॉट्सऐप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बंद कर दिया है. सरकार का कहना है कि इन प्लेटफॉर्म से फेक न्यूज, भड़काऊ मैसेज और अफवाहें फैल सकती हैं, जिससे महौल खराब होने का डर है.
इंडिया टुडे से जुड़े अजय कुमार नाथ की रिपोर्ट के मुताबिक, कटक के दरगाह बाजार में हुई हिंसक झड़प के बाद पुलिस ने पूरे शहर में फ्लैग मार्च किया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की देखरेख में फ्लैग मार्च निकाला गया. संवेदनशील इलाकों में गश्त के लिए पुलिसवालों की भारी तैनाती की गई है.
रविवार, 5 सितंबर की शाम 7 बजे से सोमवार, 6 सितंबर की शाम 7 बजे तक मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और वॉट्सऐप, फेसबुक, X, इंस्टाग्राम और स्नैपचैट समेत सभी ऑनलाइन मैसेजिंग सर्विस बंद रहेंगी. ये बैन कटक नगर निगम क्षेत्र, कटक विकास प्राधिकरण क्षेत्र और 42 मौजा क्षेत्रों पर लागू है, जहां हिंसा के बाद तनाव बढ़ गया है.
रिपोर्ट के अनुसार, विश्व हिंदू परिषद ने हिंसक बवाल के पीछे प्रशासन की नाकामी बताई है. VHP ने प्रशासन की कथित लापरवाही के खिलाफ विरोध जताने के लिए 12 घंटे के बंद का ऐलान किया है. कटक के हालात पर DCP (हेडक्वार्टर) प्रकाश चंद्र पाल ने कहा,
"अब स्थिति सामान्य है. घटना की सही जांच की जा रही है, लेकिन मैं लोगों से किसी भी अफवाह पर ध्यान ना देने की अपील करता हूं. कोई भी गलत जानकारी मिले तो उसकी सूचना अपने स्थानीय पुलिस थाने के IIC या ACP को दें. कल के बंद के लिए भी अलग से सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी."
घटना के समय विसर्जन जुलूस कथाजोड़ी नदी के किनारे देबीगारा की तरफ जा रहा था. तभी दरगाह बाजार इलाके में हाथी पोखरी के पास दो पक्षों के बीच हिंसा भड़क उठी. कुछ स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर जुलूस के दौरान तेज आवाज में म्यूजिक बजाने पर आपत्ति जताई थी.
एक अधिकारी ने बताया,
"भीड़ ने जुलूस पर छतों से पत्थर और कांच की बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं, तो आपसी कहासुनी जल्द ही टकराव में बदल गई, जिससे कटक के DCP खिलाड़ी ऋषिकेश ज्ञानदेव समेत कई लोग घायल हो गए."
हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया. विसर्जन को लगभग तीन घंटे के लिए अस्थायी रूप से रोक दिया गया. इसके बाद पूजा समिति के सदस्यों ने हमले में शामिल लोगों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. कटक की हिंसक झड़प के मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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