नेपाल में सुशीला कार्की नहीं, पीएम पद के लिए अब ये नाम आ रहा सामने, Gen-Z ग्रुप में पड़ी फूट
नेपाल में देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों के बीच अंतरिम सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है. इसके लिए सेना और आंदोलनकारियों के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत जारी है.

नेपाल में Gen-Z प्रोटेस्ट से शुरू हुआ तूफान अब थमता नजर आ रहा है. धीरे-धीरे चीजें पटरी पर लाने की शुरूआत की जा रही है. इसके लिए सबसे पहला कदम है देश में नई सरकार का गठन. इसलिए प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधि और सेना के बीच लगातार बातचीत का दौर जारी है.
बुधवार को खबर आई कि प्रदर्शनकारियों ने नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को देश का अंतरिम प्रधानमंत्री बनाने की मांग की है. हालांकि अब इसके लिए नया नाम सामने आ रहा है. आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक आंदोलनकर्ताओं के प्रतिनिधियों ने कुलमान घिसिंग का नाम आगे रखा है.
कौन हैं कुलमान घिसिंग?कुलमान घिसिंग नेपाल विद्युत प्राधिकरण के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. नेपाल में बिजली संकट दूर करने और ऊर्जा सुधार का श्रेय उन्हें दिया जाता है. युवाओं के बीच वह काफी लोकप्रिय माने जाते हैं. जेन जी ग्रुप की ओऱ से जारी पत्र में उन्हें देशभक्त और सबसे स्वीकार्य बताया गया है.
इधर, देश में नई सरकार के गठन के लिए आर्मी हेडक्वार्टर में सेना और प्रतिनिधियों के बीच बातचीत चल रही है. लेकिन इस बीच आंदोलन कर रहे Gen-Z समूह के युवाओं में आपस में ही फूट पड़ गई है. कई युवाओं ने बातचीत का विरोध किया है और कहा है कि गलत लोगों को बातचीत के लिए बुलाया गया है. उन्होंने मांग की है कि बातचीत राष्ट्रपति भवन में हो और इसे सार्वजनिक किया जाए.
Gen-Z ने जारी किया पत्रGen-Z द्वारा एक पत्र भी जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि अंतरिम प्रधानमंत्री बनने के लिए सबसे योग्य और स्वीकार्य व्यक्ति काठमांडू महानगरपालिका के प्रमुख बालेन्द्र शाह ही हैं. लेकिन शाह ने इस प्रक्रिया में शामिल होने से इंकार किया है. पूर्व न्यायाधीश सुशीला कार्की के नाम पर भी कई लोगों ने समर्थन किया, लेकिन उनके साथ जुड़े कुछ विवादों और उठे सवालों ने इसे भी आगे बढ़ने से रोक दिया.
पत्र में आगे कहा गया कि नेपाल विद्युत प्राधिकरण के कार्यकारी प्रमुख कुलमान घिसिंग का नाम भी सकारात्मक रूप से चर्चा में आया. बालेन्द्र शाह का रुचि न दिखाना और सुशीला कार्की का 70 वर्ष की आयु सीमा पार कर जाना जैसे कारणों से इंजीनियर कुलमान घिसिंग को अंतरिम सरकार के नेतृत्व में भेजने का निर्णय लिया गया है.

इससे पहले नेपाल की पूर्व न्यायाधीश सुशीला कार्की और दुर्गा प्रसाई को भी सेना की सुरक्षा में अलग-अलग गाड़ियों से आर्मी हेडक्वार्टर पहुंचाया गया था. आज तक ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि जेन-जी प्रतिनिधियों के साथ आर्मी लीडरशिप की दूसरे दौर की वार्ता पूरी होने के बाद, सेना प्रमुख के साथ सुशीला कार्की और दुर्गा प्रसाई की बातचीत शुरू होगी.
ये बातचीत लगभग शाम चार बजे तक शुरू होगी. आर्मी हेडक्वार्टर में फिलहाल GenZ और आर्मी लीडरशिप के बीच दूसरे दौर की बातचीत जारी है. जेन जी की ओर से सात सदस्य इस बैठक में मौजूद हैं.
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