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'भैया' बोलने पर भड़क उठे डॉक्टर साहब, पुलिस बुलाकर मरीज को OPD से बाहर निकलवा दिया

घटना यूपी के मेरठ जिले की है. यहां बिट्टू अपनी बेटी शिवांशी के इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचा. उसने डॉक्टर को 'भैया' कहकर संबोधित किया तो डॉक्टर नाराज़ हो गए. डॉक्टर ने पुलिस बुला ली और बच्ची को पिता समेत ओपीडी के बाहर निकाल दिया.

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meerut doctor farmer row over calling bhaiya
बिट्टू जंगेठी अपनी बेटी का इलाज कराने जिला अस्पताल पहुंचे थे. (फोटो-प्रतीकात्मक तस्वीर)
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शुभम कुमार
16 दिसंबर 2025 (Updated: 16 दिसंबर 2025, 09:33 AM IST)
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मेरठ में जब मरीज के पिता ने एक डॉक्टर को 'भैया' कहा तो वो भड़क उठे. डॉक्टर ने पर्चा फेंका और बोले-' मैं सर हूं, तुम्हारा भैया नहीं. सर बुलाया करो मुझे.' इस बात पर बहस शुरू हो गई. बात निकली तो फिर दूर तलक गई.

दरअसल, एक किसान अपनी बेटी के इलाज के लिए पीएल शर्मा जिला अस्पताल पहुंचा था. लेकिन डॉक्टर 'भैया' शब्द सुनते ही नाराज़ हो गए. किसान, भारतीय किसान यूनियन (BKU) से जुड़ा हुआ था. उसने मामले की जानकारी संगठन को दी. जिसके बाद संगठन के जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी अस्पताल पहुंचे. उन्होंने अस्पताल के अधीक्षक योगेश अग्रवाल को घेरकर हंगामा शुरू कर दिया. अधीक्षक ने जब संगठन से माफ़ी मांगी तब जाकर मामला शांत हुआ. 

पूरा मामला क्या है? 

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक़, बिट्टू जंगेठी BKU के जिला सचिव हैं. वो अपनी बेटी शिवांशी के इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचे थे. शिवांशी को सिरदर्द था इसलिए उसके पिता उसे स्कूल से लेकर सीधा जिला अस्पताल पहुंचे. बिट्टू ने डॉक्टर को 'भैया' कहकर संबोधित किया और बच्ची को देखने के लिए कहा. डॉक्टर श्री ओम ने इस बात से नाराज़गी जताई और पर्चाफेंक दिया. डॉक्टर ने पुलिस बुला ली और बच्ची को पिता समेत ओपीडी के बाहर निकाल दिया. 

बिट्टू ने कहा,

बच्ची के सिर में दर्द था, तो मैं उसको लेकर जिला अस्पताल पहुंचा. इसके बाद डॉक्टर ने बच्ची का इलाज नहीं किया और पर्चा फेंक दिया. हमने इसका विरोध किया तो उन्होंने अस्पताल के गार्ड और पुलिस को बुला लिया और हमें बाहर निकाल दिया. 

अस्पताल के अधीक्षक ने क्या कहा?

जब संगठन के जिला अध्यक्ष ने अस्पताल के अधीक्षक से बात की तब जाकर बच्ची का इलाज हुआ. जिला अध्यक्ष ने कहा कि किसान, मज़दूर अस्पताल इलाज के लिए आते हैं और उन्हें इस तरह से परेशान किया जा रहा है. अधीक्षक योगेश अग्रवाल ने बच्ची का इलाज दूसरे डॉक्टर से करवाया. 

अधीक्षक ने कहा, 

 मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि भविष्य में किसी के भी साथ ऐसा न हो. इसके साथ ही डॉक्टर द्वारा ऐसा किया गया है तो इसपर भी जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

दूसरी ओर डॉक्टर श्रीओम का कहना है कि उन्होंने बिट्टू और उनकी बेटी को बाहर इंतज़ार करने को कहा था. उनके एक रेजिडेंट डॉक्टर वहां मौजूद थे. बिट्टू और रेजिडेंट डॉक्टर के बीच कुछ बहस हुई जिसके बाद वो दोनों थोड़ी देर बाद बाहर आ गए. गार्ड और पुलिस की बात पर उन्होंने बताया कि पुलिस, हॉस्पिटल में राउंड पर रहते हैं. इसलिए जब हंगामा हो रहा था तब वो वहां मौजूद थे. 

 

वीडियो: मेरठ में पुलिसवालों ने फेंकी लाश, CCTV ने पकड़ लिया

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