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स्कूल टीचर को कई दिनों तक रखा डिजिटल अरेस्ट, जब पैसे दे-देकर परेशान हो गईं, अपनी जान दे दी

मध्य प्रदेश की इस महिला टीचर को कई दिनों तक Digital Arrest में रखा गया. परेशान होकर रेशमा पांडेय ने कई बार रुपये भी भेज दिए. लेकिन तब भी कॉल आते रहे.

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Woman Teacher Digital Arrest
बाई ओर रीवा पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर और दाई ओर रेशमा के देवर विनोद पांडेय (तस्वीर : इंडिया टुडे)
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सौरभ शर्मा
6 जनवरी 2025 (Updated: 6 जनवरी 2025, 11:25 PM IST)
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मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के घूरेहटा गांव में 35 साल की एक टीचर रेशमा पांडेय ने आत्महत्या कर ली. वे कई दिनों से डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) थीं. साइबर ठग उन्हें दिन रात फोन करके पैसे मांगते, तंग आकर उन्होंने जान दे दी. उन्हें रीवा जिले के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मौत के बाद भी ठगों के फोन आते रहे.  

इंडिया टुडे से जुड़े विजय कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक रेशमा, मऊगंज के पन्नी में एक शासकीय हाईस्कूल में गेस्ट टीचर के तौर पर काम कर रही थीं. एक रोज उन्हें ठगों का फोन आया. फोन पर बताया गया कि उनके नाम का एक पार्सल है जिसमें संदिग्ध सामान मिला है. इसके बाद व्हाट्सएप पर रेशमा को पुलिस और आर्मी की वर्दी पहने लोगों के वीडियो भेजे गए और धमकी दी गई कि उनके खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी. रेशमा इस झांसे में आ गईं कि वर्दी वाले असली पुलिस हैं.

विजय कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक रेशमा के पति किसी धार्मिक काम में शामिल होने कहीं गए थे. इस कारण रेशमा घर पर अकेली थीं. ठग उन्हें हमेशा वीडियो कॉल कर निगरानी में रखते. वीडियो कॉल कट जाता तो ऑडियो कॉल पर वे धमकी देते. रेशमा कई दिनों तक डिजिटल अरेस्ट में रहीं.

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रेशमा के देवर विनोद पांडेय ने बताया कि झांसे में आकर रेशमा ने 22 हजार रुपये ट्रांसफर भी कर दिए. लेकिन ठग यहां नहींं रुके. रेशमा ने ठगों को बताया कि उनके खाते में इतने ही रुपये थे, इस पर ठगों ने धमकी दी कि अब वे 50 हजार रुपये भेजें, नहीं तो नजदीकी थाने से पुलिस घर आकर उन्हें गिरफ्तार कर लेगी. साथ ही दो साल की जेल भी होगी. सोमवार, 5 जनवरी की शाम रेशमा ने इस सबसे तंग आकर करीब दो बजे 5500 रुपये और भेज दिए. इसके कुछ देर बाद उन्होंने जान दे दी.

गंभीर हालत में रेशमा को रीवा जिले के संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. लेकिन इसके बाद भी ठगों का कॉल आया. 

रीवा पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने बताया कि रेशमा ने पुलिस से मदद नहीं ली और ठगों के झांसे में फंस गईं. मामला दर्ज कर लिया गया है और साइबर टीम को रवाना कर दिया गया है जिससे घटना की बारीकी से जांच की जा सके. 

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