MP में नाबालिग लड़की का अश्लील वीडियो बनाने वालों के घर बुलडोजर चला, अधिकारी बोले- 'दबाव था'
Madhya Pradesh: Mandsaur में हिंदू संगठनों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. उनकी मांग थी कि आरोपियों को गिरफ्तार कर उनका जुलूस निकाला जाए और उनके मकान जमींदोज कर दिए जाएं.

मध्यप्रदेश के मंदसौर में एक नाबालिग लड़की को ब्लैकमेल करने और उसका अश्लील वीडियो वायरल करने के आरोपियों का घर तोड़ दिया गया. आरोपियों का नाम रेहान अब्बासी और बाबू शाह है, जिन पर जबरदस्ती लड़की का आपत्तिजनक वीडियो बनाने का आरोप है. इल्जाम है कि रेहान ने वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए 5 लाख रुपये भी मांगे थे. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
इस घटना से शहर में सांप्रदायिक तनाव फैल गया. 16 साल की नाबालिग पीड़िता मंदसौर जिले के शामगढ़ नगर में 12वीं कक्षा की छात्रा है. उसने पुलिस को बताया कि रेहान अब्बासी और बाबू शाह ने उसका वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 2 लाख रुपए ले लिए.
शुक्रवार, 5 दिसंबर को शामगढ़ थाने में पुलिस ने लड़की और परिजन की शिकायत के बाद भारतीय न्याय संहिता (BNS), आईटी एक्ट और पॉक्सो एक्ट समेत 11 अलग-अलग धाराओ मे मामला दर्ज किया. पुलिस ने तेज कार्रवाई करते हुए 12 घंटे में ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इंडिया टुडे से जुड़े अजय बाड़ोलिया की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार, 6 दिसंबर को प्रशासन ने बुलडोजर एक्शन लेते हुए आरोपियों के घर तोड़ दिए.
शामगढ़ क्षेत्र की एडिशनल एसपी हेमलता कुरील ने बताया,
"आरोपियों ने नाबालिग छात्रा के साथ पहले फोटो लिए. उसे दिखाकर उसको ब्लेकमेल किया, और चाकू की नोक पर लड़की से वीडियो बनवाया गया. पीड़िता अपने पिता के पैसों में से 2 लाख रुपये नगद दे चुकी थी. इसके बाद भी आरोपी और पैसे की डिमांड कर रहे थे. जब उनकी यह मांग पूरी नहीं हुई, तो उन्होंने बच्ची का वीडियो वायरल कर दिया... नगर परिषद की मांग पर करीब 40 की संख्या मे पुलिस बल उपलब्ध करवाया गया था."
शामगढ़ नगर परिषद के CMO ने बुलडोजर एक्शन पर कहा,
"भीड़ बहुत ज्यादा थी. दबाव बन रहा था सबके ऊपर. जो भी अपराधी थे, उन लोगों के मकानों की नपाई कराई. उन्होंने पर्याप्त जवाब नहीं दिए. इस कारण हमने यह कार्रवाई की."
मामले को लेकर गुरुवार, 4 दिसंबर की रात से ही हिंदू संगठनों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई को लेकर विरोध करना शुरू कर दिया था. उनकी मांग थी कि आरोपियों को गिरफ्तार कर उनका जुलूस निकाला जाए और उनके मकान जमींदोज कर दिए जाएं.
लगातार दूसरे दिन भी लोगों का गुस्सा जारी रहा. इसके बाद नगर परिषद ने पुलिस बल की मौजूदगी मे दोनों आरोपियों के मकान तोड़ दिए. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए. इलाके में लगातार दो दिन से तनाव को देखते हुए प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात किया है.
बुलडोजर एक्शन के दौरान रेहान के परिवार की महिलाओं ने पुलिस से बहस भी की. पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद मामला शांत कराया. प्रशासन ने दोनों आरोपियों के मकान के अगले हिस्से से तीन-तीन फिट अतिक्रमण को तोड़ा है.
रेहान अब्बासी के घर पर बुलडोजर से अगले हिस्से को ध्वस्त किया गया, तो बाबू शाह का मकान संकरी गली में होने के चलते नगर परिषद कर्मचारियों ने हथौड़ा चलाकर तोड़ा. फिलहाल नगर के बस स्टैंड चौराहा पर हिंदू संगठनों का प्रदर्शन जारी है. आरोपियों के पूरे मकान को तोड़ने की मांग की जा रही है.
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