The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • India
  • kishtwar cloudburst updates jammu kashmir eyewitnesses says about tragedy

'10 लाशें खुद निकालीं, कई अब भी दबे', किश्तवाड़ में आई तबाही की कहानी चश्मदीदों की जुबानी

Kishtwar Cloudburst: इस त्रासदी में अब तक 65 लोगों की मौत हो चुकी है. एक चश्मदीद ने बताया कि उसने एक मकान के नीचे से 10 डेड बॉडी निकालीं और अभी भी कई लोग मलबे के नीचे दबे हुए हैं. कई अन्य पीड़ितों ने भी अपनी आपबीती सुनाई है.

Advertisement
kishtwar cloudburst updates jammu kashmir eyewitnesses says about tragedy
अभी भी कई लोग मलबे के नीचे दबे हुए हैं (फोटो: आजतक)
pic
मीर फरीद
font-size
Small
Medium
Large
15 अगस्त 2025 (Updated: 15 अगस्त 2025, 05:10 PM IST)
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से (Kishtwar Cloudburst) अब तक 65 लोगों की मौत हो चुकी है. ये आंकड़ा और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. गुरुवार, 14 अगस्त को आई इस त्रासदी में CISF के दो जवानों समेत 65 लोगों के शव बरामद किए गए हैं. जबकि कई लापता हैं. एक चश्मदीद ने बताया कि अभी भी कई लोग मलबे के नीचे दबे हुए हैं.

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, आंखों में आंसू लिए और मलबों में अपनों को ढूंढ़ते चश्मदीदों ने तबाही के बारे में बताया. एक महिला ने कहा, 

मैं घर पर थी, मैं दौड़कर भागी, मेरी जेठानी ने मुझे कीचड़ से बाहर निकाला, उसे बहुत चोट लगी है.

आगे बताया कि उनका पुराना घर सुरक्षित है, लेकिन जो नया बनाया था, वो नाले के साथ बह गया. वहीं, एक पीड़िता अनु की मां ने बताया, 

हम कुछ खा रहे थे, तभी अचानक कुछ लोग चिल्लाए भागो भागो. मेरे साथ मेरी बहन, भाभी और उनका परिवार भी था, वो सुरक्षित हैं. मेरा बेटा थोड़ा नीचे चला गया और फिर कूड़े में फंस गया, उसे बाहर निकलने में आधा घंटा लग गया, बादल जब फटा उस वक्त वहां सैकड़ों लोग थे, दुकानें थीं, लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं. मेरा बच्चा अब ठीक है.

एक मृतका के पति ने बताया कि तबाही के दौरान उनकी पत्नी, बेटी और बेटा लापता हो गए. जिनमें से बेटी मिल गई, लेकिन उसकी हालत गंभीर है. वहीं, पत्नी की मौत हो गई है और बेटा अभी तक लापता है. आंसू पोछते हुए उन्होंने बताया,

मेरी घायल बेटी ने कहा कि पापा, मम्मी और भाई को बचा लेना. किसे बचाऊं मैं? सबकुछ खत्म हो गया मेरा.

ये भी पढ़ें: किश्तवाड़ में बादल फटने से बड़ी तबाही, 2 CISF जवानों समेत 33 शव बरामद, 120 घायल

'10 डेड बॉडी निकालीं' 

पुंछ से किश्तवाड़ काम करने आए एक चश्मदीद सलाहुल हसन ने बताया कि गुरुवार को करीब 12:30 बजे के वक्त बादल अचानक घिर आया. तभी अचानक बहुत जोर से आवाज आई और मलबा, मिट्टी, पेड़ बहकर आए. पेशे से मिस्त्री सलाहुल हसन ने बताया कि वे जिस ब्रिज पर स्लैब डालने के लिए आए थे, उसे तोड़ते हुए मलबा गांव की तरफ चला गया. आगे बताया, 

एक मकान के नीचे से 10 लाशें हमने निकालीं और अभी भी कई मलबे के नीचे दबे हुए हैं. नाले के पास करीब 100-150 आदमी थे, सब सैलाब में बह गए. 

बता दें कि बादल फटने की ये घटना किश्तवाड़ के चिशोती इलाके में हुई. इससे इलाके में भारी बाढ़ आ गई. अब तक रेस्क्यू टीम ने 167 घायलों को सुरक्षित बाहर निकाला है. जबकि कई लोगों के अभी भी फंसे होने की आशंका है.

वीडियो: उत्तरकाशी में बादल फटा, 4 लोगों की मौत, अब ये पता चला

Advertisement