मैगी खाने के पैसे नहीं थे, बहन की सगाई की अंगूठी बेचने पहुंच गया, जूलर ने कमाल कर दिया!
बच्चा अपने घरवालों से मैगी के लिए पैसे मांग रहा था, जो उन्होंने नहीं दिए. दावा है कि इसके बाद उसने घर से बहन की सगाई की अंगूठी चुरा ली और उसे बेचने एक जूलरी की दुकान पर पहुंच गया. लेकिन दुकानदार को बच्चे के व्यवहार पर शक हुआ. उसने अंगूठी लेते हुए बच्चे के घरवालों को बुलाया. इसके बाद पूरा मामला खुला.

सुबह उठकर नाश्ता बनाने की झंझट का हल है मैगी! देर रात तक बक-बक करने वालों का सहारा है मैगी! जब खाना बनाने को कुछ न हो तो याद आती है मैगी! जब खाना बनाने का मन ही न हो तो बनाई जाती है मैगी! इसके चाहने वाले तो यहां तक कहते हैं कि मैगी बनाई नहीं जाती, ये तो बस बन जाती है! मैगी लवर की जिंदगी में अगर मैगी नहीं तो इसे पाने की चाहत में वो पूरी कायनात को दाव पर लगा सकता है. कानपुर में एक नाबालिग मैगी लवर कुछ ऐसी ही हद तक गुजर गया. वो मैगी खाने के लिए सोने की अंगूठी बेचने पहुंच गया.
खबर के मुताबिक बच्चा अपने घरवालों से मैगी के लिए पैसे मांग रहा था, जो उन्होंने नहीं दिए. दावा है कि इसके बाद उसने घर से बहन की सगाई की अंगूठी चुरा ली और उसे बेचने एक जूलरी की दुकान पर पहुंच गया. लेकिन दुकानदार को बच्चे के व्यवहार पर शक हुआ. उसने अंगूठी लेते हुए बच्चे के घरवालों को बुलाया. इसके बाद पूरा मामला खुला.
इंडिया टुडे से जुड़े रणंजय सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक 13 साल का ये बच्चा कानपुर के शास्त्री नगर में रहता है. उसने मैगी खाने के लिए घर वालों से पैसे मांगे थे. पैसे ना मिलने पर वह घर में रखी सोने की अंगूठी बेचने दुकान पर पहुंच गया. बच्चे की उम्र देखते हुए दुकानदार पुष्पेंद्र जायसवाल ने उससे घर का नंबर लिया. उसने बच्चे को पुलिस की धमकी देते हुए अंगूठी रख ली.
इसके बाद पुष्पेंद्र जायसवाल ने बच्चे की मां को फोन किया. दुकान पहुंचकर उन्होंने अंगूठी देखी तो घबरा गईं. रिपोर्ट के मुताबिक महिला ने बताया कि यह अंगूठी उनकी बेटी की सगाई की है, जिसकी कुछ दिन बाद शादी होने वाली है. मां ने बताया कि यह अंगूठी लड़के वाले लेकर आए थे. अगर ये न मिलती तो सगाई टूट जाती.
बाद में पुष्पेंद्र ने एक वीडियो शेयर कर बताया,
“बच्चा सोने की लेडीज अंगूठी लेकर आया था. उसने बताया कि मैं मैगी खाने के लिए पैसे इकट्ठा कर रहा हूं. इसलिए अंगूठी को बेचने आया हूं. मैंने कहा कि आप अंगूठी मेरे पास रख सकते हैं. इसके बाद मैंने उसके माता-पिता को बुलाया. तब घर वालों ने कहा कि अगर इसने अंगूठी किसी और दुकानदार को दी होती तो उन्होंने शायद अंगूठी ले ली होती और पैसे दे देते. इससे उनकी बेटी का रिश्ता टूट सकता था. और हमारी भी बदनामी होती.”
पुष्पेंद्र ने आगे सभी दुकानदारों को एक संदेश दिया. उन्होंने कहा कि अगर कोई भी नाबालिग या संदिग्ध व्यक्ति चोरी का सामान लेकर आए, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें और उसकी गिरफ्तारी करवाएं. अगर हर दुकानदार ऐसा करेगा तो समाज में चोरी और अपराध कम होंगे.
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