जलभराव से फूटा कानपुर मेयर का गुस्सा, मेट्रो अफसर को कीचड़ में धक्का दे दिया
मेयर प्रमिला पांडेय का कहना है कि बारिश में पानी भरना स्वाभाविक है. लेकिन जब से मेट्रो ने काम शुरू किया है तब से गोविंद नगर, जूही आदि जगहों पर जलभराव हो रहा है. विजय नगर में जो मेट्रो का काम चल रहा है इसकी वजह से आम लोगों को काफी दिक्कत हो रही है.

कानपुर में नाराज मेयर ने मेट्रो अफसर को पानी से भरे गड्ढे में धक्का दे दिया. धक्का देने वाली मेयर का नाम प्रमिला पांडेय है. मेयर का आरोप है कि मेट्रो के अधिकारियों की लापरवाही की वजह से सीवर लाइन टूट गई थी. कई शिकायतों के बावजूद इसे ठीक नहीं किया गया. बस, यही बात मेयर साहिबा को पसंद नहीं आई और उन्होंने मौके पर मौजूद एक अफसर को पानी से भरे गड्ढे में धक्का दे दिया. घटना का वीडियो भी सामने आया है.
दैनिक भास्कर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, कानपुर के साउथ सिटी में मेट्रो का काम चल रहा है. दावा है कि मेट्रो की लापरवाही के चलते कई महीनों से जूही स्वदेशी मिल के पास करीब 300 मीटर सीवर लाइन टूट गई है. इससे आठ वॉर्ड की लाखों की आबादी वाली साउथ सिटी प्रभावित है. इसकी वजह से गोविंद नगर, परमपुरवा, जूही, बर्रा, निराला नगर और जूही लाल कॉलोनी समेत कई इलाकों में बारिश और मुश्किल बढ़ा देती है.
रिपोर्ट के मुताबिक, पार्षद नवीन पंडित समेत अन्य पार्षदों ने मेट्रो की लापरवाही से हुई समस्या को लेकर मेट्रो के अफसरों से शिकायत की थी. बावजूद इसके कोई समाधान नहीं हुआ. इन्हीं शिकायतों पर मेयर प्रमिला पांडेय जलभराव की मंगलवार को गोविंद नगर पहुंची थीं. उन्होंने मेट्रो के अफसर तरुण कुमार और ठेकेदार समीर को मौके पर बुलाया था. मेयर ने दोनों को जलभराव से होने वाली समस्या के बारे में बताया. दावा किया कि अफसरों ने समस्या को गंभीरता से नहीं लिया और हीला-हवाली करने लगे.
इस पर मेयर भड़क गईं और उन्होंने मेट्रो के अफसर तरुण कुमार और ठेकेदार समीर को खींचकर जलभराव में धकेल दिया. इसके बाद दोनों मौके से चले गए. प्रमिला पांडेय ने कहा कि अगर जलभराव की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो मेट्रो अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
मेयर प्रमिला पांडेय का कहना है कि बारिश में पानी भरना स्वाभाविक है. लेकिन जब से मेट्रो ने काम शुरू किया है तब से गोविंद नगर, जूही आदि जगहों पर जलभराव हो रहा है. विजय नगर में जो मेट्रो का काम चल रहा है इसकी वजह से आम लोगों को काफी दिक्कत हो रही है.
मेयर के मुताबिक, दो महीने पहले मेट्रो की बैठक बुलाई गई थी, तब अधिकारियों ने कहा था कि दिक्कत जल्द खत्म हो जाएगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जब वह खुद एक कार्यक्रम में जाने के लिए घर से निकली तो उन्हें ढाई घंटे लग गए. उधर, कानपुर मेट्रो के CPRO पंचानन मिश्रा का कहना है कि मामले पर संज्ञान लिया गया है. कहां और क्या दिक्कत है इसकी समीक्षा की जा रही है.
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