'मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार बताएं,' परीक्षा में ये सवाल पूछने पर जामिया के प्रोफेसर सस्पेंड
Jamia Millia Islamia (JMI) की चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर ने माना है कि यह क्वेश्चन पेपर जामिया का ही है. उन्होंने आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की भी जानकारी दी.

दिल्ली की प्रतिष्ठित जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी का एक प्रश्नपत्र इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें भारतीय मुस्लिम अल्पसंख्यकों को लेकर एक ऐसा सवाल पूछा गया, जिस पर विवाद खड़ा हो गया है. मामले में एक प्रोफेसर को सस्पेंड किया गया है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, यह प्रश्नपत्र बीए (ऑनर्स) सोशल वर्क के फर्स्ट सेमेस्टर (2025) का बताया जा रहा है. पेपर का शीर्षक- 'सोशल प्रॉब्लम्स इन इंडिया' यानी 'भारत में सामाजिक समस्याएं' हैं. सोशल मीडिया पर जामिया के विवादित प्रश्न को लेकर सवाल खड़े हुए.
अब देखते हैं कि आखिर वो कौन सा सवाल है, जिस पर बवाल खड़ा हो गया. विवादित सवाल में पूछा गया,
"भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ हुए अत्याचारों पर उचित उदाहरण सहित चर्चा करें."
वायरल हो रहे प्रश्नपत्र को लेकर यह दावा किया गया कि यह जामिया मिल्लिया इस्लामिया का है. इस मामले में शुरुआत में यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया था. इंडिया टुडे से जुड़े आशुतोष कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, बाद में जामिया मिल्लिया इस्लामिया की चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर प्रोफेसर सायमा सईद ने जानकारी दी कि वायरल प्रश्नपत्र में यूनिवर्सिटी का ही है.

प्रोफेसर सायमा सईद के अनुसार, इस पूरे मामले की जांच के लिए 24 घंटे के अंदर एक इंक्वायरी कमेटी गठित कर दी गई है. उन्होंने कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक संबंधित विभाग के प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया गया है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कई सूत्रों ने दावा किया है कि जामिया प्रशासन ने प्रोफेसर वीरेंद्र बालाजी शाहारे को सस्पेंड कर दिया है और एक नोटिस जारी किया है. हालांकि, प्रोफेसर के नाम की जामिया ने अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.
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