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IndusInd बैंक को अपने ही कर्मचारियों ने दिया धोखा, 2236 करोड़ रुपये का घाटा करवा दिया

बैंक को शक है कि कुछ कर्मचारियों की 'धोखाधड़ी' की वजह से उसे इतना घाटा हुआ है. उनके कारण अकाउंटिंग में चूक हुई, जिसका असर तिमाही के नतीजों पर पड़ा है.

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IndusInd reports Rs 2329 crore loss
IndusInd बैंक को पहली तिमाही में बड़ा घाटा हुआ है (तस्वीरः India Today)
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राघवेंद्र शुक्ला
21 मई 2025 (Published: 11:54 PM IST) कॉमेंट्स
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इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) को बीते वित्तीय वर्ष के आखिरी तिमाही (जनवरी-मार्च) में 2 हजार करोड़ से ज्यादा के घाटे ने हिलाकर रख दिया है. बीते दो दशकों में पहली बार बैंक को किसी तिमाही में इतना बड़ा नुकसान हुआ है. बुधवार, 21 मई को बैंक ने इसकी जानकारी दी है. रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, बैंक को शक है कि कुछ कर्मचारियों की 'धोखाधड़ी' की वजह से उसे इतना घाटा हुआ है. उनके कारण अकाउंटिंग में चूक हुई, जिसका असर तिमाही के नतीजों पर पड़ा है.

इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट में बताया गया है कि इंडसइंड बैंक को जनवरी-मार्च की तिमाही में 2236 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. जबकि इससे एक साल पहले इसी अवधि में बैंक ने 2347 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था. रिपोर्ट में कहा गया कि 18 सालों में ऐसा पहली बार है जब देश की 5वीं सबसे बड़ी प्राइवेट लेंडर कंपनी घाटे में चली गई. इसे पिछले कुछ महीनों में बैंक में हुई आंतरिक गड़बड़ियों (Internal Discrepancies) का नतीजा बताया जा रहा है. 

बैंक की नेट इंटरेस्‍ट इनकम (NII) में भी 43% की भारी गिरावट आई है. यह 5376 करोड़ रुपये से घटकर 3048 करोड़ रुपये हो गई है.

कर्मचारियों पर फ्रॉड का शक

घाटे की जानकारी देते हुए बुधवार को एक बयान में बैंक ने बताया कि उसके बोर्ड को बैंक के खिलाफ धोखाधड़ी का शक है. इसमें कुछ ऐसे कर्मचारी शामिल हैं, जो लेखा (अकाउंटिंग) और फाइनेंशियल रिपोर्टिंग में अहम भूमिका निभाते हैं. बैंक ने कहा कि यह मुद्दा 2 बड़ी घटनाओं से जुड़ा है, जिसकी जांच चल रही है.

बैंक के मुताबिक पहला घाटा डेरिवेटिव ट्रेड्स (Derivative Trades) का गलत हिसाब-किताब करने की वजह से हुआ. इससे 31 मार्च को खत्म हुए फाइनेंशियल ईयर में करीब 1966 करोड़ रुपये का घाटा हुआ. ये बात मार्च में पता चली. दूसरा घाटा माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो से जुड़ा है. जांच में सामने आया कि वित्तीय वर्ष की 3 तिमाहियों में करीब 684 करोड़ रुपये गलत तरीके से ब्याज की आय के तौर पर दिखाए गए. 

रिपोर्ट के मुताबिक इन गड़बड़ियों ने बैंक में बड़े बदलाव की शुरुआत भी कर दी. मैनेजमेंट पर सवाल उठने के बाद पिछले महीने CEO सुमंत कठपालिया और डिप्टी सीईओ अरुण खुराना ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया.

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