DGCA ने बदला फैसला, Indigo को हिला देने वाला नियम अब वापस, मगर ये था क्या?
DGCA ने वो नियम वापस ले लिया है, जिसके तहत सरकार ने एयरलाइंस को क्रू के लिए वीकली रेस्ट 36 घंटे से बढ़ाकर 48 घंटे कर दिया गया था. वहीं, केंद्रीय उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने इस मामले पर गृह मंत्री अमित शाह को जानकारी दी थी. इसी के बाद आदेश वापस ले लिया गया है.

एविएशन सेक्टर में कोहराम मचाने वाले फैसले को विमानन रेगुलेटर DGCA ने शुक्रवार, 5 दिसंबर को वापस ले लिया. DGCA ने सभी एयरलाइंस को 10 फरवरी तक राहत दी है. इसका सबसे बड़ा फायदा इंडिगो को मिलेगा. उम्मीद है कि हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को जल्द राहत मिल जाएगी.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, DGCA ने जो नियम वापस ले लिया है, जिसके तहत सरकार ने एयरलाइंस को क्रू के लिए वीकली रेस्ट 36 घंटे से बढ़ाकर 48 घंटे कर दिया गया था. DGCA ने अब तुरंत प्रभाव से इस नियम को वापस ले लिया है. एविएशन रेगुलेटर ने कहा कि यह क्लॉज सभी एयरलाइंस के लिए हटा दिया गया है.
DGCA ने क्या कहाDGCA ने अपने आदेश में कहा,
“चल रही ऑपरेशनल रुकावटों और अलग-अलग एयरलाइंस से ऑपरेशन की दिक्कतों और स्टेबिलिटी सुनिश्चित करने की जरूरत के बारे में मिले रिप्रेजेंटेशन को देखते हुए, यह जरूरी समझा गया है कि प्रोविजन की समीक्षा की जाए. यह निर्देश कि वीकली रेस्ट की जगह कोई छुट्टी नहीं दी जाएगी, इसे तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाता है.”
यह भी जानकारी है कि केंद्रीय उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने इस मामले पर गृह मंत्री अमित शाह को जानकारी दी थी. इसी के बाद आदेश वापस ले लिया गया है. दरअसल इस फैसले का सबसे ज्यादा असर इंडिगो एयरलाइंस पर पड़ा था. शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन देशभर में इंडिगो की 700 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुईं. एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी के नजारे दिखाई दिए. इसी के चलते DGCA ने इस फैसले को फिलहाल के लिए वापस ले लिया है.

इस बीच इसी के साथ इंडिगो ने एक नोट जारी किया. उसमें बताया,
“हम पुष्टि करते हैं कि 5 दिसंबर, 2025 को दिल्ली हवाई अड्डे से प्रस्थान करने वाली सारी डोमेस्टिक इंडिगो उड़ानें रात 12 बजे तक रद्द रहेंगी. प्रभावित यात्रियों की मदद के लिए हम उन्हें खाने-पीने की सुविधा दे रहे हैं. साथ ही अगली उपलब्ध उड़ान का विकल्प और होटल की व्यवस्था कर रहे हैं. रिफंड की व्यवस्था भी दे रहे हैं.”
दरअसल सरकार के पास पायलट्स की कुछ मांगे 2019 से पेंडिंग थी. जिसे सरकार ने हाल में अप्रूव किया और DGCA ने एक नया नियम बनाया. इन नियम का पहला फेज जुलाई 2025 से शुरू हुआ. इसके बाद 1 नवंबर 2025 से दूसरा फेज लागू हुआ. नए नियम में ये बातें जोड़ी गईं
- पायलट्स का वीकली रेस्ट 36 घंटे से बढ़ाकर 48 घंटे कर दिया गया और इसे जरूरी बना दिया गया.
- पहले एक पायलट रात को 6 बार लैंडिंग कर सकता था. इस अब सिर्फ 2 बार कर दिया गया.
- नाइट का मतलब भी बदल गया. पहले रात मानी जाती थी- रात 12 बजे से सुबह 5 बजे तक. अब रात मानी जाएगी- रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक. यानी एक घंटा और बढ़ गया.
- Maximum Flying Hours में भी बदलाव. हर दिन एक पायलट रात में सिर्फ 8 घंटे तक और अधिकतम 10 घंटे तक उड़ान भर सकता है.
ये रूल्स तो सभी एयरलाइंस के लिए हैं. लेकिन इंडिगो को ही इतना ज्यादा नुकसान इसलिए हुआ क्योंकि रात की फ्लाइट्स सबसे ज्यादा इंडिगो के पास हैं. इसे ऐसे समझिए कि इंडिगो रोज लगभग 2500 फ्लाइट्स ऑपरेट करती है. इसमें बहुत बड़ा हिस्सा रात की फ्लाइट्स होती हैं. ऐसे में पहले एक पायलट रात में 6 बार लैंडिंग कर सकता था. लेकिन नए नियम में बस 2 बार. ऐसे में जो पायलट्स नाइट ड्यूटी के लिए चाहिए, उनकी संख्या तीन गुना बढ़ानी पड़ेगी.
इंडिगो के पास दूसरी एयरलाइंस के मुकाबले पायलट्स कम हैं. जब नए नियम आए तो दूसरी एयरलाइंस को कुछ फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ीं. लेकिन इंडिगो के पास चूंकि पहले से ही ज्यादा फ्लाइट्स थीं, तो उन्हें ज्यादा कैंसिल करनी पड़ीं और इसने देशभर के पूरे एविशन सेक्टर को बुरी तरह प्रभावित किया.
DGCA की पायलटों से अपीलइसके अलावा, DGCA ने ऑल पायलट एसोसिएशन को लेटर लिखकर कुछ अपील की हैं. DGCA ने पायलट्स से कहा,
1. इस व्यस्त और खराब मौसम में स्थिर और सुचारू उड़ान संचालन बनाए रखें.
2. फ्लाइट की देरी और कैंसिल होने पर लगाम लगाएं.

3. यह सुनिश्चित करें कि यात्रियों को इस यात्रा के दौरान और असुविधा ना हो.
4. पायलटों और एयरलाइनों के बीच समन्वय को मजबूत करें ताकि काम बाधित ना हो.
वीडियो: खर्चा-पानी: दो दिन में इंडिगो की सैकड़ों से अधिक फ्लाइट्स रद्द, इन नियमों को बताया वजह

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