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पाकिस्तानी सीमा के पास सारे मेन फाइटर जेट लेकर अभ्यास करेगी वायु सेना, NOTAM जारी

भारतीय वायु सेना पाकिस्तान से लगी सीमा पर सैन्य अभ्यास करेगी. इसे लेकर NOTAM जारी किया गया है. वायु सेना के एक अधिकारी ने भी बताया कि 7 मई से रफाल समेत सभी लड़ाकू विमान सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेंगे.

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Indian Airforce
रेगिस्तान में सैन्य अभ्यास करेगा भारत (India Today)
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राघवेंद्र शुक्ला
6 मई 2025 (Updated: 6 मई 2025, 09:30 PM IST) कॉमेंट्स
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भारत-पाकिस्तान युद्ध की आशंकाओं के बीच वायु सेना को NOTAM या ‘नोटिस टू एयरमेन’ जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) राजस्थान में पाकिस्तान से लगी सीमा पर सैन्य अभ्यास (Military Drill) करेगी. ऐसे में बॉर्डर के आसपास के हवाई अड्डों से होने वाली उड़ानों (Flights) को रोका जा सकता है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार शाम को जारी NOTAM में बताया गया,

भारतीय वायु सेना राजस्थान में पाकिस्तान से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास करेगी. अभ्यास बुधवार रात 9.30 बजे शुरू होगा और करीब साढ़े पांच घंटे बाद खत्म होगा. ऐसे में पाकिस्तान सीमा के करीब हवाई अड्डे से उड़ान भरने या उतरने वाली उड़ानों को निलंबित किया जा सकता है.

इसके अलावा 7 मई से भारत के सभी फ्रंटलाइन लड़ाकू विमान भी सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेंगे. एएनआई ने वायु सेना के एक अधिकारी के हवाले से ये जानकारी दी है. अधिकारी के मुताबिक आदेश में कहा गया है,

वायु सेना कल यानी 7 मई से भारत-पाकिस्तान सीमा पर रेगिस्तानी और आसपास के इलाकों में अभ्यास करेगी. इसमें रफाल, मिराज-2000 और सुखोई-30 समेत सभी फ्रंटलाइन विमान भाग लेंगे.

पिछले हफ्ते भी जारी हुआ NOTAM
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर सख्ती तेज कर दी है. इसके तहत पिछले हफ्ते भी एक NOTAM जारी किया गया था. इसमें भारत ने पाकिस्तान के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था. NOTAM के अनुसार, नागरिक और सैन्य सभी तरह के पाकिस्तानी हवाई जहाजों के भारतीय एयरस्पेस में घुसने पर मनाही है.

क्या होता है NOTAM?

NOTAM यानी कि ‘नोटिस टू एयरमेन’. इसे पहले ‘नोटिस टू एयर मिशन’ कहा जाता था. यह बेहद गोपनीय सूचना तंत्र है, जिसके जरिए फ्लाइट में मौजूद केबिन क्रू को संदेश दिया जाता है. इसके लिए कोड लैंग्वेज का इस्तेमाल किया जाता है. 

मान लीजिए कि एयरस्पेस में किसी तरह का खतरा हो. मसलन, मौसम खराब हो. ज्वालामुखी विस्फोट की वजह से हवाई मार्ग में किसी तरह की बाधा हो. बर्फबारी होने वाली हो या फ्लाइट में किसी तरह की गड़बड़ी का पता लगा हो. कई बार रनवे क्षतिग्रस्त हो जाता है या फिर वहां कोई पक्षी या जानवर मौजूद होता है. इन सबकी जानकारी फ्लाइट क्रू को NOTAM के जरिए ही दी जाती है. 

इसके अलावा पैराशूट जंप की स्थिति, रॉकेट लॉन्चिंग की सूचना, सैन्य अभ्यास जैसी संवेदनशील इन्फॉर्मेशन, किसी एयरस्पेस में प्रतिबंध जैसी जानकारियां भी NOTAM के जरिए ही दी जाती हैं. कुल मिलाकर सेफ हवाई यात्रा में NOTAM की भूमिका बेहद अहम होती है. 

बता दें कि गृह मंत्रालय ने 7 मई को नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का एलान किया है, जिसकी तैयारियां देश में चल रही हैं. इस मॉक ड्रिल में युद्ध जैसे हालात में नागरिक प्रतिक्रिया और सुरक्षा के उपायों की जांच की जाएगी. गांव से लेकर शहरों तक देश के 244 सुरक्षा के लिए संवेदनशील जिलों में इसे कराया जाएगा. 

वीडियो: पाकिस्तानी डिप्लोमैट ने भारत को क्या धमकी दी?

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