"महागठबंधन बीमार है, दिल्ली में इलाज होगा", NDA में तो सीट बंटवारा हो गया, INDIA में क्या चल रहा है?
Bihar Assembly Election: सीट बंटवारे को लेकर INDIA अलायंस के नेता दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं. Lalu Prasad Yadav और Tejashwi Yadav दिल्ली पहुंच चुके हैं. Mukesh Sahani ने भी कहा कि वे दिल्ली जा रहे हैं.
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बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन 'राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन' (NDA) ने आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया है. बीजेपी ने चिराग पासवान, जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा को समझाते-बुझाते हुए सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया. लेकिन INDIA गठबंधन में सीट बंटवारा अभी बातचीत में ही अटकी हुई है.
हालात कुछ ऐसे समझिए कि हेलीकॉप्टर में तेजस्वी यादव के साथ रोहू मछली खाने वाले 'VIP' यानी मुकेश सहनी तो यहां तक कह दे रहे हैं कि 'महागठबंधन थोड़ा अस्वस्थ है. और इलाज कराने दिल्ली जाना पड़ेगा.' सहनी के बयान पर लौटेंगे लेकिन दिल्ली की बात इसलिए दर्ज करा रहे हैं कि क्योंकि लालू यादव को सीट बंटवारे का मसला सुलझाने के लिए खुद दिल्ली आना पड़ा रहा है. मोलभाव करने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मुखिया लालू और उनके बेटे तेजस्वी यादव भी दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं.
लालू और तेजस्वी दिल्ली पहुंच गए हैं और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ मिलकर सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने की उम्मीद है. हालांकि, तेजस्वी ने इस दौरे पर कुछ और बयान दिया है. उन्होंने दिल्ली में सीट बंटवारे पर बातचीत को नकारते हुए कहा,
"हम दिल्ली आए हैं, क्योंकि कोर्ट ने बुलाया है, इसलिए आए हैं... अदालत ने बुलाया है, इस वजह से हम लोग आए हैं."
सोमवार, 13 अक्टूबर को RJD नेता ‘लैंड फॉर जॉब’ मामले में कोर्ट की सुनवाई में शामिल होंगे.
लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि मसला कोर्ट का नहीं, सीटों का भी है. इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया कि कांग्रेस को 48 सीटों की पेशकश की जा रही है. जबकि कांग्रेस 78 सीटों की मांग कर रही है.
इसीलिए मुकेश सहनी का कहना है कि महागठबंधन का इलाज तो दिल्ली में ही होगा. 12 अक्टूबर की शाम मुकेश सहनी ने कहा,
"महागठबंधन थोड़ा सा अस्वस्थ हुआ है. अब दिल्ली जा रहे हैं. आपको पता है कि सब डॉक्टर दिल्ली में हैं. वहां पर बेहतर उपचार हो जाएगा. और स्वस्थ होकर हम लोग पटना लौटेंगे... दिल्ली में जाकर सही डॉक्टर के पास सही इलाज हो जाएगा."
क्योंकि RJD और कांग्रेस के बीच डील डन नहीं हुई है इसलिए इंडिया ब्लॉक में शामिल लेफ्ट पार्टियां मामला भी अटका हुआ है. RJD और कांग्रेस समेत तीन वामपंथी दलों- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन (CPI माले), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPM) के बीच सीट बंटवारे को लेकर खींचतान चल रही है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, खासतौर पर CPI (माले) की जीती सीटों पर ज्यादा दिक्कत चल रही है. कांग्रेस ने बछवारा, हरलाखी और बेगूसराय सीटों पर दावा ठोका है, क्योंकि ये कांग्रेस का पारंपरिक गढ़ रही हैं. लेकिन ये ही सीटें CPI की 'विश लिस्ट' में भी हैं.
इस बीच, CPM बेगूसराय जिले की मटिहानी सीट पर RJD के दावे के खिलाफ है, जहां वो 2020 में मामूली अंतर से हारी थी. इसी तरह RJD पालीगंज, घोसी और तरारी में उम्मीदवार उतारने की इच्छुक है. ये वो सीटें हैं जिन्हें CPI (माले) अपना मानती है. CPI (माले) ने पालीगंज और घोसी में जीत दर्ज की थी, जबकि पिछले साल हुए उपचुनाव में तरारी सीट JDU के हाथों हार गई थी.
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