महाराष्ट्र में सड़क पर 'I Love Muhammad' लिखने से बवाल, पुलिस का लाठीचार्ज, 30 हिरासत में
Ahilyanagar में 'I Love Muhammad' पर उठे विवाद में Maharashtra के मुख्यमंत्री Devendra Fadanvis ने कहा कि ऐसा लगता है कि जानबूझकर सामाजिक तनाव पैदा करने की कोशिश की जा रही है.

'I Love Muhammad' को लेकर देश में विवाद बढ़ता जा रहा है. अब महाराष्ट्र के अहिल्यानगर में इसे लेकर तनाव पैदा हो गया. रविवार, 28 सितंबर की रात मालीवाड़ा इलाके में सड़क पर 'I Love Muhammad' की रंगोली बनी दिखी. सोमवार, 29 सितंबर की सुबह तक इसका वीडियो वायरल हो गया, जिसके बाद मुस्लिम युवकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. हालात काबू करने के लिए पुलिस का हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा. इस मामले में 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
प्रदर्शनकारियों ने अहिल्यानगर-संभाजीनगर हाईवे को जाम कर दिया. स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत नजदीकी पुलिस थाने में दी. इंडिया टुडे से जुड़े रोहित वालके की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने FIR दर्ज कर रंगोली बनाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है. आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने इसके बावजूद कोठला इलाके में विरोध करना शुरू कर दिया.
सुबह 7 बजे तक हालात काबू करने में जुटी पुलिस पर कथित तौर पर पत्थरबाजी हुई. इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने हल्के लाठीचार्ज से प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा. अहिल्यानगर पुलिस का दावा है कि अब हालात शांतिपूर्ण हैं. हिंसक विरोध प्रदर्शन के मामले में एक नई FIR दर्ज की गई है और 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
अहिल्यानगर के एसपी सोमनाथ घार्गे ने बताया,
"आज सुबह कोतवाली पुलिस थाने के इलाके मे रास्ते पर 'आई लव मुहम्मद' की रंगोली बनाई थी. इस पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नाराजगी जताई. उस पर हमने FIR दर्ज की थी. उसे अरेस्ट भी किया था. बाद में कुछ मुस्लिम समुदाय के लोग कोठला पर इकट्ठा हो गए और रास्ता रोका. हमने उन्हें वहां से हटने के लिए कहा, लेकिन वे नहीं हट रहे थे. कुछ लोगों ने पत्थरबाजी शुरू की, जिसके बाद पुलिस ने बल का प्रयोग करके भीड़ को हटाया. उनमें से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है."
अहिल्यानगर की घटना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ऐसा लगता है कि जानबूझकर सामाजिक तनाव पैदा करने की कोशिश की जा रही है. फडणवीस ने सोमवार को यवतमाल में कहा,
"मैं इतना ही कहना चाहूंगा कि जिस प्रकार से ये सारे अलग-अलग प्रकार के बोर्ड लग रहे हैं या बाकी चीजें चल रही हैं. ये भी देखना होगा कि क्या इसके पीछे कोई साजिश है? क्या कोई हमारे सामाजिक ताने-बाने को उधेड़ने का प्रयास कर रहा है? क्या कोई हमें उसी तरह बांटने की कोशिश कर रहा है जैसा लोकसभा चुनावों के दौरान किया गया था? सभी को अपने धर्म का पालन करने का पूरा अधिकार है, लेकिन इस तरह लोगों के बीच तनाव पैदा करना गलत है."
वहीं, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के आदित्य ठाकरे ने सीएम फडणवीस के बयान पर तंज कसा. आदित्य ने सीएम फडणवीस की 'साजिश' वाली बात को आगे बढ़ाते हुए कहा,
"बिल्कुल साजिश यही हो सकती है कि BJP का ही कोई कार्यकर्ता इसके पीछे हो. क्योंकि बहुत बार हम देखते हैं कि जहां-जहां BJP को प्रशासन करना नहीं आता, तो वो धर्म की बात करती है, जाति की बात करती है और कोई ना कोई वहां मसला शुरू कर देती है... लगभग 11 साल में से 9 साल BJP ने महाराष्ट्र में शासन किया है. तो उनकी क्या उपलब्धियां हैं? कुछ नहीं. बात कौन सी हो, प्रचार किसका हो, हिंदू-मुस्लिम हो, जाति-पाति हो. इसी पर चलते रहते हैं. काम क्या किया? कितने लोगों की मदद की? कितने किसानों की मदद की? ये तो कभी बताते नहीं हैं."
'I Love Muhammad' पर विवाद उत्तर प्रदेश के कानुपर से शुरू हुआ, जिसकी जानकारी 5 सितंबर को सामने आई. कानपुर के रावतपुर में बारावफात जुलूस निकाला जा रहा था. जिस रास्ते पर जुलूस निकाला जा रहा था, उसी रास्ते पर एक जगह 'I Love Muhammad' का साइन बोर्ड लगा दिया गया. इसे लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हुआ, जिसमें पुलिस ने कार्रवाई की.
तब से यह विवाद उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, तेलंगाना और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में फैल गया. बरेली और नागपुर में झड़पें हुईं, जबकि उन्नाव, लखनऊ और हैदराबाद जैसी जगहों पर प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.
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