The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • India
  • I love muhammad and sambhal mosque row asaduddin owaisi raises questions

'I Love Modi कह सकते हैं, लेकिन... ', ओवैसी 'I Love Mohammad' और संभल विवाद पर भड़के

AIMIM प्रमुख Asaduddin Owaisi ने संभल मस्जिद विवाद और 'I Love Mohammad' मामले को लेकर मुस्लिम समाज को निशाना बनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि देश में 'I Love Modi' तो कहा जा सकता है, लेकिन 'आई लव मोहम्मद' नहीं.

Advertisement
I love muhammad and sambhal mosque row asaduddin owaisi raises questions
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी. (Photo: File/ ITG)
pic
सचिन कुमार पांडे
3 अक्तूबर 2025 (Published: 08:31 AM IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि देश में 'I Love Modi' तो कहा जा सकता है, लेकिन 'I Love Muhammad' नहीं. उन्होंने संभल के मस्जिद विवाद पर बोलते हुए आरोप लगाया कि हमारी मस्जिदें छीनी जा रही हैं. उन्होंने मुस्लिम समाज से अपील करते हुए कहा कि उन्हें परेशान नहीं होना चाहिए और धैर्य से काम लेना चाहिए.

क्या बोले ओवैसी?

ओवैसी तेलंगाना के हैदराबाद में एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे. 'I Love Muhammad' के पोस्टर विवाद पर उन्होंने कहा कि पैगम्बर मोहम्मद के अलावा किसी का नाम मोहम्मद नहीं था. अगर आप उनके पोस्टर लगाते हैं तो आपको उनका सम्मान करना होगा. ओवैसी ने कहा,

संभल मस्जिद को लेकर मुक़दमा चल रहा है. हमारी मस्जिदें छीनी जा रही हैं. इस देश में 'I Love Modi तो कहा जा सकता है, लेकिन 'I Love Muhammad' नहीं. आप इस देश को कहां ले जा रहे हैं? अगर कोई ‘I Love Modi’ कहता है तो मीडिया भी खुश हो जाता है. अगर कोई 'I Love Muhammad' कहता है तो उस पर आपत्ति होती है. अगर मैं मुसलमान हूं तो मुहम्मद की वजह से हूं. देश की आजादी में हिस्सा लेने वाले 17 करोड़ भारतीयों के लिए इससे बढ़कर कुछ नहीं है. हम हिंसा की निंदा करते हैं. ऐसे वीडियो हैं, जिनमें पुलिस लाठीचार्ज कर रही है और दुकानदार उन पर फूल बरसा रहे हैं. हमें याद रखना चाहिए कि पुलिस सिर्फ़ सत्ता में बैठे लोगों के प्रति जवाबदेह है, किसी और के प्रति नहीं. कल जब सत्ता बदलेगी, तो वे तुम्हें पीटेंगे.

मुस्लिम समाज से की अपील

असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा, ‘मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि वे इतने सारे क़ानून क्यों बना रहे हैं और क्या हो रहा है? असम में 3000 मुसलमानों को बेघर कर दिया गया और दावा किया गया निर्माण सरकारी ज़मीन पर हुआ है. हमें इस स्थिति से परेशान नहीं होना चाहिए. हमें धैर्य से काम लेना होगा. हमें हर काम कानून के दायरे में रहकर करना होगा. कानून को अपने हाथ में मत लीजिए. जब ​​आप कानून के दायरे में काम करेंगे तो आपको एहसास होगा कि कानून बस एक मकड़ी का जाला है और कुछ नहीं.’

क्या है संभल मस्जिद का विवाद?

संभल में एक मस्जिद पर अवैध निर्माण का आरोप है. इसके बाद प्रशासन ने मस्जिद कमेटी को इसे तोड़ने के आदेश दिए थे. आदेश का पालन न होने पर गुरुवार, 03 अक्टूबर को सरकारी अमला भारी पुलिस बल और फोर्स के साथ उसे तोड़ने पहुंचा. हालांकि इस दौरान कमेटी के लोगों ने खुद ही ढांचे के एक हिस्से को तोड़ना शुरू कर दिया. कमेटी ने प्रशासन से चार दिन की मोहलत मांगी और कहा कि वह खुद ही अवैध हिस्से को गिरा देंगे.

यह भी पढ़ें- संभल में अवैध मस्जिद टूटना शुरू, कमेटी ने खुद ही तोड़ना शुरू किया

'I Love Muhammad' पर क्यों मचा है बवाल?

‘I Love Muhammad’ को लेकर पूरा विवाद यूपी के कानपुर से शुरू हुआ. यहां बारावफात के जुलूस के दौरान 'I Love Muhammad' का साइन बोर्ड लगाया गया था. इस पर कुछ लोगों ने विरोध किया कि यहां नई परंपरा शुरू की जा रही है. पुलिस ने कुछ लोगों पर नई परंपरा शुरू करने औऱ सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में मामला भी दर्ज किया था. इसके बाद पूरा विवाद सोशल मीडिया से लेकर देश के अलग-अलग शहरों में फैल गया. कई जगहों से 'I Love Muhammad' के पोस्टर सामने आने लगे. असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले पर 15 सितंबर को पोस्ट करते हुए कहा था कि ‘I LOVE MOHAMMAD’, ये जुर्म नहीं है. अगर है तो इसकी हर सजा मंजूर है.

वीडियो: 'आई लव मुहम्मद' पर हंगामा, किसके इशारे पर बरेली में हुआ बवाल?

Advertisement

Advertisement

()