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ऐसा शौकीन आदमी पहले न देखा होगा! स्कूटी ली 1 लाख की, उसका नंबर खरीदा 14 लाख में

Himachal Pradesh: शौक बड़ी चीज है. खूब सुना है. विज्ञापन में. लेकिन अब देख भी लिया हकीकत में. लेकिन इसे हकीकत बनाने वाले व्यक्ति हैं कौन? और ये ऐतिहासिक काम करने के बाद इनका क्या कहना है? आइए सब जानते हैं.

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hamirpur VIP number worth Rs 14 lakh taken for a scooty worth Rs 1 lakh
14 लाख रुपये में VIP नंबर खरीदा है (सांकेतिक फोटो: आजतक)
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अर्पित कटियार
20 जून 2025 (Updated: 20 जून 2025, 11:59 AM IST) कॉमेंट्स
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क्योंकि, शौक बड़ी चीज है. कम-से-कम हिमाचल प्रदेश के संजीव कुमार का तो यही मानना है. उन्होंने महज एक लाख रुपये की स्कूटी के लिए 14 लाख रुपये का VIP नंबर खरीद डाला. पूछने पर बताया कि शौक के आगे कीमत नहीं देखी जाती. संजीव कुमार के इस कदम की चर्चा अब सोशल मीडिया पर खूब हो रही है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर का है. संजीव कुमार ने 14 लाख रुपये में VIP नंबर HP21C-0001 खरीदा है. बताते चलें कि परिवहन विभाग VIP नंबर की बोली आमंत्रित करता है, जिसके लिए ऑनलाइन बोली लगाई जाती है. यह नंबर भी परिवहन विभाग की ऑनलाइन बोली प्रक्रिया के तहत प्राप्त किया गया. जिसमें केवल दो लोगों ने भाग लिया. इस बोली में जिला सोलन के रहने वाले एक शख्स ने साढ़े तेरह लाख रुपए की बोली लगाई थी. लेकिन संजीव कुमार की बोली ने उसे पीछे छोड़ दिया और 14 लाख रुपए में उन्होंने यह नंबर खरीद लिया.

यह राशि हिमाचल सरकार के खाते में राजस्व के रूप में जमा हुई है, जिससे सरकार को बिना किसी अतिरिक्त संसाधन के 14 लाख की आमदनी हुई है. परिवहन विभाग के मुताबिक, यह अब तक का सबसे महंगा टू-व्हीलर नंबर हो सकता है. संजीव कुमार ने बताया कि उन्हें खास और यूनिक नंबर का शौक है. उन्होंने यह नंबर अपनी नई स्कूटी के लिए खरीदा है. आगे बताया,

शौक की कोई कीमत नहीं होती और जब आपको कुछ खास चाहिए होता है, तो आप रुकते नहीं.

संजीव कुमार के इस फैसले की चर्चा पूरे इलाके में हो रही है. एक ओर जहां लोग उनकी सोच पर हैरान हैं. वहीं कई लोग इसे डिजिटल प्रक्रिया की सफलता भी मान रहे हैं. यह मामला हिमाचल में बदलती लाइफस्टाइल, ब्रांड वैल्यू और ई-नीलामी की पारदर्शिता का बेहतरीन उदाहरण बन गया है. 

ये भी पढ़ें: RTO ने '0007' नंबर के लिए 25 हजार रुपये मांगे, खरीदने वाले ने 46 लाख लुटा दिए

इससे पहले अप्रैल में केरल से भी ऐसा ही मामला सामने आया था. जहां, कोच्चि में RTO ने नीलामी में '0007' नंबर को करीब 46 लाख रुपये में बेचा था. एक सॉफ्टवेयर कंपनी ने अपनी लग्जरी कार ‘लैंबोर्गिनी उरुस’ (Lamborghini Urus) के लिए इस नंबर को खरीदा था. इस कार की कीमत 4 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जाती है. नीलामी के बाद कार को ‘KL07 DG 0007’ नंबर मिला.

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