महिला को गोली मारकर सड़क पर ही बैठा रहा आरोपी, पुलिस पकड़ने गई तो पिस्तौल तान दी
Gwalior Woman Shot Dead: महिला को गोली मारने के बाद में जब पुलिस पहुंची, तो आरोपी ने कथित तौर पर पुलिस पर भी पिस्तौल तान दी. ऐसे में उस पर आंसू गैस का इस्तेमाल किया और हिरासत में लिया गया.

मध्यप्रदेश के ग्वालियर की एक व्यस्त सड़क पर दिनदहाड़े एक 33 साल की महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना को कथित तौर पर उसी व्यक्ति ने अंजाम दिया, जिसके खिलाफ महिला ने तीन दिन पहले पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद वो शव के पास ही रहा. बाद में जब पुलिस पहुंची, तो आरोपी ने कथित तौर पर पुलिस पर भी पिस्तौल तान दी. ऐसे में उस पर आंसू गैस का इस्तेमाल किया और हिरासत में लिया गया.
आरोपी की पहचान अरविंद परिहार (33) के रूप में हुई है. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, उसने महिला को पहले रोका और ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. घटना के समय मौके पर मौजूद एक वकील एमपी सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा,
मैं अदालत से लौट रहा था. तभी मैंने गोलियों की आवाज सुनी. एक आदमी एक महिला पर गोलियां चला रहा था... मेरी आंखों के सामने तीन गोलियां चलीं. महिला सड़क पर गिर पड़ी और लोग असहाय खड़े रहे.
पुलिस ने बताया कि नंदिनी को चार-पांच गोलियां लगीं. उसे अस्पताल ले जाया गया. लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इधर आरोपी ने कथित तौर पर पुलिस टीम को धमकाने की भी कोशिश की. लेकिन आंसू गैस के गोले और बल प्रयोग से उसे काबू में कर लिया गया और हिरासत में ले लिया गया. उसकी पिस्तौल जब्त कर ली गई है.
पूरा मामला क्या है?शुरुआती जांच में पता चला कि आरोपी अरविंद परिहार पहले से ही शादीशुदा था और उसके दो बच्चे हैं. जबकि मृतका नंदिनी भी शादीशुदा थी और उसका एक बच्चा है. शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 2023 में उसने और नंदिनी ने अपने परिवारों को बताए बिना मुरार स्थित आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी. अपने-अपने जीवनसाथी को तलाक दिए बिना वो साथ रहने लगे. 2023 के बाद से उनके बीच लगातार विवाद और झगड़े होने लगे. नतीजतन, नंदिनी ने परिहार के खिलाफ तीन मामले दर्ज कराए.
ये भी पता चला कि 2017 में नंदिनी को एक हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था और साढ़े चार साल की सजा काटने के बाद उसे 2022 में रिहा कर दिया गया था. 2024 में नंदिनी ने सिरोल पुलिस स्टेशन में एक और रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसमें आरोप लगाया गया कि अरविंद ने उसे कार से कुचलने की कोशिश की. हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया और परिहार को गिरफ्तार कर लिया गया.
हालांकि, बाद में नंदिनी ने अदालत में घटना से इनकार करते हुए एक हलफनामा पेश किया. जिसके आधार पर आरोपी को जमानत मिल गई. अरविंद परिहार लगभग तीन महीने जेल में रहा. नंदिनी द्वारा दायर अन्य मामलों में भी उसे समझौते के जरिए बरी कर दिया गया. क्योंकि नंदिनी ने खुद अपनी गवाही में घटनाओं से इनकार किया था.
जमानत पर रिहा होने के बाद परिहार और नंदिनी फिर से संपर्क में आए. एक अधिकारी ने दावा किया,
इस दौरान ये बात सामने आई कि नंदिनी, अरविंद परिहार पर अपनी संपत्ति उसके नाम करने और अपनी पत्नी को छोड़कर उससे शादी करने का दबाव बना रही थी.
हत्या से ठीक तीन दिन पहले, 9 सितंबर को नंदिनी ने एसपी ऑफिस में शिकायत दर्ज कराई. आरोप लगाया कि अरविंद परिहार ने पहले से शादीशुदा और बच्चे होने के बावजूद उसे शादी का झांसा दिया. उसने आरोप लगाया कि ठेकेदार का काम करने वाला अरविंद परिहार उसे महीनों से परेशान कर रहा था, धमकियां दे रहा था और उसे फिर से रिश्ते में लाने के लिए मजबूर कर रहा था.
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