MBBS की पढ़ाई के बाद आंतकी ट्रेनिंग, ये तीनों दिल्ली-लखनऊ में क्या करने वाले थे?
तीनों संदिग्ध आतंकियों को गुजरात के एक टोल प्लाजा के पास पकड़ा गया. इनमें से एक, 35 साल का अहमद मोहिउद्दीन चीन से MBBS की पढ़ाई कर चुका है.

गुजरात एंटी टैररिज्म स्क्वॉड (Gujarat ATS) ने आतंकी हमलों की साजिश रचने के आरोप में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. ATS का दावा है कि तीनों पर एक साल से नजर रखी जा रही थी. रविवार, 9 नवंबर को वो हथियार सप्लाई करने वाले थे, तभी उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. ATS के मुताबिक, वो देश के अलग-अलग हिस्सों में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने की प्लानिंग में थे.
तीनों संदिग्धों की पहचान अहमद मोहिउद्दीन सैयद, मोहम्मद सुहेल और आजाद सैफी के रूप में हुई है. इनमें से एक, 35 साल का अहमद मोहिउद्दीन चीन से MBBS की पढ़ाई कर चुका है. आरोप है कि वो ISIS के खतरनाक विंग ISKP (इस्लामिक स्टेट-खुरासान प्रोविंस) से जुड़े कट्टरपंथियों के संपर्क में था.
ATS के मुताबिक, ये गिरफ्तारियां गांधीनगर में अडालज टोल प्लाजा के पास से की गई हैं. उनके कब्जे से दो ग्लॉक पिस्तौल, एक बेरेटा पिस्तौल, 30 जिंदा कारतूस और 4 लीटर अरंडी का तेल (castor oil) बरामद किया गया है. गुजरात एटीएस के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) सुनील जोशी ने मीडिया से बात करते हुए कहा,
सूचना मिली थी कि हैदराबाद का एक व्यक्ति अहमद मोहिउद्दीन सैयद आतंकी गतिविधियों में शामिल है और उसी के लिए अहमदाबाद आने वाला था... जांच करने पर अहमदाबाद में उसकी गतिविधि का पता चला. फिर उसे अडालज के पास एक टोल प्लाजा पर गिरफ्तार किया गया…
वो एक ऐसी आतंकी गतिविधि को अंजाम देना चाहता था, जिससे भारी नुकसान हो. वो कई विदेशियों के संपर्क में था. इन्हीं में से एक थी अबू खदीजा नाम की एक टेलीग्राम आईडी, जो कथित तौर पर ISKP से जुड़ा था.
DIG सुनील जोशी के मुताबिक, अहमद मोहिउद्दीन सैयद ने रिसिन नाम के एक केमिकल जहर तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की, जो अरंडी के बीजों की प्रोसेसिंग के दौरान बचे हुए पदार्थ से बनाया जा सकता है.
DIG सुनील जोशी ने बाकी दोनों संदिग्धों के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आजाद सुलेमान शेख और मोहम्मद सुहेल सलीम खान लखीमपुर और शामली के रहने वाले हैं. वो गुजरात के बनासकांठा में थे. दोनों कट्टरपंथी हैं. ये दोनों भी विदेशों में लोगों के संपर्क में थे. उन्होंने लखनऊ, दिल्ली और अहमदाबाद के भीड़-भाड़ वाले इलाकों में रेकी की थी. कश्मीर में भी उनकी गतिविधियों को रिकॉर्ड किया गया.
अधिकारियों का कहना है कि एक आरोपी की 17 नवंबर तक की रिमांड मिली है. बाकी दो को 9 नवंबर को अदालत में पेश किया जाएगा. आगे की जांच जारी है.
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