गोवा नाइटक्लब केस: तीसरा पार्टनर गिरफ्तार, DIG ने बताया दो मालिकों के भागने में पुलिस की भूमिका का सच
Goa Nightclub Fire Case: गोवा नाइटक्लब आग मामले में तीसरे मालिक अजय गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया. DIG वर्षा शर्मा ने स्पष्ट किया कि दो अन्य मालिकों के विदेश भागने में पुलिस की कोई चूक नहीं थी और सभी जरूरी कदम समय पर उठाए गए थे.

गोवा के रोमियो लेन में मौजूद एक नाइटक्लब में शनिवार 6 दिसंबर की रात को आग लग गई थी. हादसे में 25 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. दुर्घटना के बाद नाइटक्लब के मालिक इंडिगो फ्लाइट पकड़कर थाईलैंड भाग गए थे. इस बीच यह सवाल उठे कि क्या पुलिस के कुछ लोगों ने उन्हें भागने पर मदद की. अब इस विषय को लेकर गोवा की DIG वर्षा शर्मा ने विस्तार से अपनी बात रखी है.
इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान DIG वर्षा शर्मा से पूछा गया कि क्या पुलिस फोर्स के किसी ने लूथरा ब्रदर्स को टिप दी थी? इस पर उन्होंने बताया कि उन्हें शक है कि रोमियो के मैनेजरों ने घटना होने के तुरंत बाद मालिकों को जानकारी दी होगी. उन्होंने कहा,
“जिस पल हमें कॉल आया. उसी समय उन्हें भी कॉल आया होगा. मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने भागने का फैसला किया.”
बताते चलें कि नाइटक्लब में भीषण आग लगने के महज से पांच घंटे बाद ही दोनों मालिक गौरव और सौरभ लूथरा रविवार को दिल्ली से इंडिगो की फ्लाइट से फुकेत भाग गए थे. दोनों ने चालाकी दिखाते हुए लुकआउट सर्कुलर जारी होने से पहले ही भागने का फैसला लिया था.
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DIG शर्मा से यह भी पूछा गया कि क्या गोवा पुलिस के लिए दिल्ली पुलिस और एयरपोर्ट अधिकारियों से बात करके दोनों भाइयों को रोकने के लिए 5 घंटे काफी नहीं थे? इस पर उन्होंने कहा कि लोकल पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की थी. दोनों आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई थी. DIG ने कहा,
“हमने तुरंत उनके डॉक्यूमेंट्स, मालिकाना हक और लोकेशन जांचनी शुरू कर दी थी. कई जरूरी कदम उठाए गए. लुकआउट सर्कुलर जारी करने से लेकर ब्लू कॉर्नर नोटिस तक हम उन्हें वापस लाने के लिए सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.”
कई रिपोर्टों में यह भी कहा गया कि सीनियर IPS अधिकारियों को नाइटक्लब में चल रहे अवैध कामों की जानकारी थी. लेकिन DIG शर्मा ने इन तमाम आरोपों को सिरे से नकार दिया. शर्मा ने कहा,
“IPS अधिकारियों के जानने और किसी को बचाने की यह अफवाह बिल्कुल गलत है. मैं इससे सहमत नहीं हूं क्योंकि हमने उन्हें गिरफ्तार करने के लिए जो कुछ भी संभव था, वह किया. हम उन्हें बहुत जल्द गिरफ्तार भी कर लेंगे.”
उनसे यह भी पूछा गया कि क्या पुलिस को पता था कि नाइटक्लब बिना परमिट चल रहा था? इस पर DIG वर्षा शर्मा ने कहा कि पुलिस के लिए हर क्लब की जांच करना मुमकिन नहीं है कि क्या उसका NOC रिन्यू किया गया है या नहीं. उन्होंने यह भी कहा कि यह जिम्मेदारी स्थानीय निकायों की होती है.
बातचीत के दौरान DIG ने दोहराया कि लूथरा बंधुओं के भागने के मामले में पुलिस फोर्स की ओर से कोई गलती नहीं हुई. उन्होंने कहा,
गोवा आग केस में छठी गिरफ्तारी“5 घंटे के अंदर वे भागने में कामयाब इसलिए हुए क्योंकि नाइटक्लब उनकी अपनी जगह थी. उन्हें अच्छी तरह मालूम था वहां क्या हुआ था. वे गोवा में भी नहीं थे इसलिए वे दिल्ली से विदेश चले गए.”
वहीं, पुलिस ने बुधवार 10 दिसंबर को नाइटक्लब के चार मालिकों में से एक अजय गुप्ता को हिरासत में ले लिया है. वह दिल्ली का रहने वाला है. ET की रिपोर्ट के मुताबिक, जब पुलिस टीम उनके दिल्ली स्थित घर पर गई तो वह फरार पाया गया. इसके बाद उनके खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया गया. गोवा पुलिस ने एक बयान में कहा कि अजय गुप्ता को अब दिल्ली में हिरासत में ले लिया गया है.
गोवा पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि अजय गुप्ता इस मामले में हिरासत में लिया गया छठा शख्स है. अब तक पुलिस चीफ जनरल मैनेजर राजीव मोदक, जनरल मैनेजर विवेक सिंह, बार मैनेजर राजीव सिंघानिया, गेट मैनेजर रियांशु ठाकुर और कर्मचारी भरत कोहली को गिरफ्तार कर चुकी है.
वीडियो: गोवा क्लब अग्निकांड में आग लकड़ी की वजह से फैली, बाहर जाने का रास्ता ही नहीं था

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