लंदन, ब्रसेल्स समेत यूरोप के कई एयरपोर्ट्स पर साइबर अटैक, उड़ानें रद्द, हजारों यात्री फंसे
इसकी जानकारी दुनियाभर की एयरलाइनों और हवाई अड्डों के लिए सिस्टम संचालित करने वाली कंपनी कॉलिन्स एयरोस्पेस ने दी. कंपनी ने जांच में पाया कि यह समस्या साइबर हमले के कारण शुरू हुई.

यूरोप के कई देशों के एयरपोर्ट पर शनिवार को बड़ा साइबर अटैक हुआ है. इस हमले का असर लंदन के हीथ्रो, ब्रसेल्स और बर्लिन समेत कई यूरोपीय देशों के एयरपोर्ट पर देखने को मिला. इस साइबर हमले में एयरपोर्ट पर बने चेक-इन और बोर्डिंग सिस्टम को ठप कर दिया गया. इससे कई उड़ानें रद्द कर दी गईं. वहीं कई फ्लाइट्स देरी से टेकऑफ हुईं. इससे हजारों यात्री प्रभावित हुए.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना शनिवार, 20 सितंबर को हुई. इसकी जानकारी दुनियाभर की एयरलाइनों और हवाई अड्डों के लिए सिस्टम संचालित करने वाली कंपनी कॉलिन्स एयरोस्पेस ने दी. कंपनी ने जांच में पाया कि यह समस्या साइबर हमले के कारण शुरू हुई. वहीं, हीथ्रो एयरपोर्ट ने X पर पोस्ट कर तकनीकी समस्या की जानकारी दी. उन्होंने लिखा,
“कॉलिन्स एयरोस्पेस, जो कई एयरलाइनों के लिए हवाई अड्डों पर चेक-इन और बोर्डिंग सिस्टम चलाती है, तकनीकी समस्या का सामना कर रही है. इससे यात्रियों की उड़ानों में देरी हो सकती है. इस समस्या को जल्द ठीक करने की कोशिश की जा रही है. यात्रियों से अनुरोध है कि यात्रा से पहले अपनी उड़ान की जानकारी अपनी एयरलाइन से जरूर जांच लें. लंबी दूरी की उड़ानों के लिए तीन घंटे और घरेलू उड़ानों के लिए दो घंटे पहले हवाई अड्डे पर पहुंचें. चेक-इन एरिया में अतिरिक्त कर्मचारी मौजूद हैं, जो आपकी मदद करेंगे. हम किसी भी असुविधा के लिए क्षमा चाहते हैं.”
पोलैंड के उप प्रधानमंत्री क्रिस्टोफ गॉकोव्स्की ने कहा कि यूरोप में कई जगह साइबर हमलों के कारण संचालन प्रभावित हुआ है. लेकिन देश के हवाई अड्डों पर कोई खतरा नहीं है. गॉकोव्स्की ने आगे कहा कि स्थिति की जानकारी लगातार जुटाई जा रही है और अधिकारी अन्य देशों के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं.
जर्मनी का सबसे बड़ा हवाई अड्डा फ्रैंकफर्ट सामान्य रूप से काम कर रहा है. एयरपोर्ट की ओर से कहा गया कि इसे कोई असर नहीं पड़ा है. स्विट्जरलैंड के ज़्यूरिख हवाई अड्डे ने भी बताया कि वहां स्थिति सामान्य है और कोई असर नहीं हुआ है.
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