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‘ट्रंप ने पीड़िता के साथ घंटों बिताए’, डेमोक्रेट्स ने खोला ट्रंप-एपस्टीन का नया चैप्टर

Epstein files: जो ईमेल्स सामने आए हैं, उनमें ट्रंप का नाम सीधे तौर पर लिखा है. यानी कहानी फिर वहीं लौट आई है. ट्रंप और एपस्टीन की दोस्ती, और उस दोस्ती के पीछे छुपे राज़.

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epstein files e mails
डेमोक्रेट सांसदों ने जारी किए एपस्टीन फाइल्स से जुड़े हुए ईमेल्स. (फोटो-इंडिया टुडे)
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शुभम कुमार
13 नवंबर 2025 (Updated: 13 नवंबर 2025, 01:28 PM IST)
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अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप एक बार फिर मुश्किल में हैं. वजह है कुछ ईमेल्स जो जेफ्री एपस्टीन फाइल्स से जुड़े हुए हैं. वही एपस्टीन, जिस पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण का आरोप था और जिसके साथ अमेरिका के कई नामी चेहरे जुड़े पाए गए थे.

इंडिया टुडे से जुड़ी प्रियंका कुमारी की रिपोर्ट के मुताबिक़, अब जो ईमेल्स सामने आए हैं, उनमें ट्रंप का नाम सीधे तौर पर लिखा है. यानी कहानी फिर वहीं लौट आई है. ट्रंप और एपस्टीन की दोस्ती, और उस दोस्ती के पीछे छुपे राज़.

ईमेल में क्या लिखा है?

एक ईमेल अप्रैल 2011 का है. ईमेल में एप्सटीन मैक्सवेल को लिख रहे हैं कि ट्रंप ने पीड़िता के साथ मेरे घर पर घंटों साथ बिताए. लेकिन अभी तक उनका ज़िक्र एक बार भी नहीं आया. इसपर मैक्सवेल ने कहा कि वो भी यही सोच रहे थे. 

एक और ईमेल जनवरी 2019 का है. इस ईमेल में एप्सटीन वोल्फ को लिखते हैं, 

ट्रंप ने उन्हें रिजाइन करने को कहा था. ज़ाहिर है कि वो लड़कियों के बारे में जानते थे क्योंकि उन्होंने घिसलेन को ऐसा करने से मना किया था.

सवाल क्या उठ रहे हैं?

डेमोक्रेट्स सांसदों ने बताया कि अब तक एप्सटीन एस्टेट ने कुल 23,000 दस्तावेज जारी किए हैं जिनकी ओवरसाइट कमिटी जांच कर रही है. डेमोक्रेट्स ने इन दस्तावेजों को पब्लिक्ली रिलीज़ करने की भी मांग की. डेमोक्रैट रॉबर्ट गार्सिया ने अपने बयान में कहा,

डॉनल्ड ट्रंप एप्सटीन फाइल्स को जितना भी छुपाने की कोशिश कर लें, हम उन्हें खोज ही लेंगे. ये जो इमेल्स बाहर आए हैं ये बहुत चिंताजनक हैं. इन मेल्स से पता चलता है कि ट्रंप और जेफ्री दोनों एक दूसरे को अच्छे से जानते थे. वॉइट हाउस और कौन से राज़ छुपा रहा है ये जानना बहुत अहम है. डिपार्टमेंट ऑफ़ जस्टिस को एप्सटीन फाइल्स को पब्लिक्ली रिलीज़ कर देना चाहिए. ओवरसाइट कमिटी तमाम सवालों के जवाब ढूंढने में लगी है. और तब तक नहीं रुकेगी जब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिल जाता.

हालांकि ट्रंप ने इन सभी आरोपों को सिरे से नकारा है. वो एप्सटीन को 1990 के दशक से जानते थे लेकिन बाद में दोनों के रास्ते अलग हो गए थे. एक बात और गौर करने वाली है. कुछ महीने पहले ही ट्रंप प्रशासन ने केस क्लोज कर दिया था. उन्होंने कहा था कि इस केस में और कुछ देखने सुनने को नहीं रह गया है. 

वीडियो: दुनियादारी: जेफ़्री एप्सटीन फ़ाइल्स की पूरी कहानी क्या है?

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