राहुल से भिड़ने वाले यूपी के मंत्री की फोटो कांग्रेस ने पायदान पर लगाई, जवाब में दिनेश सिंह क्या बोले?
Dinesh Pratap Singh भाजपा के वही मंत्री हैं, जिन्होंने बीते दिनों रायबरेली में Rahul Gandhi के काफिले का रास्ता रोका था. रविवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका फोटो पायदान पर चिपकाया.

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का रास्ता रोकने वाले उत्तर प्रदेश के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कड़ा विरोध किया. लेकिन विरोध जताने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पायदान का इस्तेमाल किया. रविवार, 14 सितंबर को लखनऊ में कांग्रेस की बैठक में पायदान पर दिनेश प्रताप सिंह का फोटो चिपकाया गया.
युवा कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के खिलाफ विरोध जताने के लिए कार्यकर्ताओं ने यह तरीका अपनाया. लखनऊ में कांग्रेस मुख्यालय के सभागार के गेट पर BJP मंत्री की तस्वीर पायदान पर लगाई गई. कांग्रेस पदाधिकारी उनकी तस्वीर को रौंदते हुए बैठक में शामिल हुए. इसका वीडियो भी सामने आया है.
दिनेश प्रताप सिंह, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वही मंत्री हैं, जिन्होंने बीते दिनों रायबरेली में राहुल गांधी के काफिले का रास्ता रोका था. इसके बाद दिशा की बैठक में उनकी राहुल गांधी के साथ तीखी बहस भी हुई थी. अब रविवार को युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों ने BJP मंत्री के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया.
दिनेश प्रताप सिंह पर भड़कते हुए कांग्रेस के पूर्व एमएलसी दीपक सिंह ने दैनिक भास्कर से कहा,
“दिनेश प्रताप पहले बसपा में रहते हुए मायावती को मां कहते थे, फिर गाली दी. सपा में गए, मुलायम सिंह को भगवान कहा, फिर गाली दी. कांग्रेस में आकर प्रियंका गांधी से टिकट लिया और अब कांग्रेस को छोड़कर गाली दे रहे हैं. ऐसे लोग सत्ता के भूखे हैं और गिरगिट की तरह रंग बदलते हैं.”
वहीं, उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष शरद शुक्ला ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दिनेश सिंह ने देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पर अभद्र टिप्पणी की है.
पायदान पर दिनेश प्रताप सिंह का फोटो चिपका, तो उन्होंने भी पूरे मामले पर प्रतिक्रिया दी है. BJP मंत्री ने दी लल्लनटॉप से बात करते हुए कहा,
"मेरा लक्ष्य अटल है. भारतीय संस्कार, संस्कृति, संपन्न-श्रेष्ठ राष्ट्र निर्माण में अपने पार्टी नेतृत्व का अपने स्तर का योगदान देना. कांग्रेस के कार्यकर्ता वही आचरण करेंगे जो नेतृत्व से प्राप्त करेंगे. एंटोनियो माइनो (सोनिया गांधी का पुराना नाम) की संतानों से जो मिल रहा है, वही करेंगे. जब देश के प्रधानमंत्री जी और उनकी स्वर्गीय मां का अपमान कर सकते हैं, तो मैं तो छोटा सा पार्टी का सिपाही हूं. मैं तो इनके खिलाफ मुकदमा भी नहीं लिखवाऊंगा क्योंकि शायद दिनेश सिंह के सहारे ही इन्हें कुछ मिल जाए."
12 सितंबर को रायबरेली में DISHA बैठक के दौरान राहुल गांधी और दिनेश प्रताप सिंह के बीच तीखी बहस हुई थी. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. वीडियो में कई आवाजें एक साथ सुनाईं दीं. इसलिए पूरी तरह समझ नहीं आया कि दोनों नेताओं के बीच आखिर किस बात पर बहस हुई.
थोड़ा बहुत जो सुनाई दिया, उसमें राहुल गांधी कह रहे हैं कि वो अध्यक्ष हैं, इसलिए अगर कुछ कहना है तो चेयरमैन को एड्रेस करते हुए ही कहना है. वहीं दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि अगर गलत सवाल किए जाएंगे तो वो नहीं मानेंगे.
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