दिल्ली की हवा सुधरेगी? 29 अक्टूबर को होगी आर्टिफिशियल बारिश, बुराड़ी में हुआ ट्रायल सफल
Artificial rain Delhi: जानकारी के मुताबिक, ट्रायल में करीब 4 घंटे लगे. IIT कानपुर से उड़ा Cessna विमान दिल्ली के आसमान में लगभग 40-50 मिनट तक मंडराया. सिर्फ नॉर्थ दिल्ली के बुराड़ी इलाके में ही बादलों की घनत्व सही मिली, इसलिए वहीं ट्रायल हो पाया

दिल्ली की हवा फिर जहरीली हो चली है. AQI पटरी पार कर चुका है. धूल, धुआं और स्मॉग में सांस लेना मुश्किल हो गया है. ऐसे में सरकार ने अब आसमान से उम्मीद लगा ली है. जी हां, दिल्ली में अब बादल बुलाकर बारिश कराई जाएगी. असली नहीं, आर्टिफिशियल. मतलब तकनीक के दम पर.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस बात की आधिकारिक घोषणा कर दी है. अपने X (ट्विटर) हैंडल से उन्होंने बताया कि 29 अक्टूबर को दिल्ली में क्लाउड सीडिंग के जरिए पहली बार कृत्रिम बारिश कराई जाएगी.
क्या कहा सीएम रेखा गुप्ता ने?एक्स पर लिखे अपने संदेश में दिल्ली की सीएम ने लिखा,
दिल्ली में पहली बार क्लाउड सीडिंग के माध्यम से कृत्रिम वर्षा कराने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. आज विशेषज्ञों ने बुराड़ी इलाके में सफल ट्रायल किया है. मौसम विभाग के अनुसार 28, 29 और 30 अक्टूबर को बादलों की संभावना है. अगर सब अनुकूल रहा, तो 29 अक्टूबर को दिल्ली पहली आर्टिफिशियल बारिश का अनुभव करेगी. ये कदम सिर्फ टेक्नोलॉजी का नहीं, बल्कि प्रदूषण से लड़ाई का नया अध्याय होगा.
रेखा गुप्ता ने अपने पोस्ट में कैबिनेट सहयोगी मनजिंदर सिरसा और बाकी अधिकारियों को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारा.
सिरसा बोले - “पायलट फ्लाइट सफल”दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि IIT कानपुर से ट्रायल सीडिंग फ्लाइट की गई. फ्लाइट मेरठ, खेकड़ा, बुराड़ी, सादकपुर, भोजपुर और अलीगढ़ के ऊपर से होकर वापस कानपुर पहुंची. इस दौरान खेकड़ा और बुराड़ी के बीच बादलों में क्लाउड सीडिंग फ्लेयर्स फायर किए गए. सिरसा ने कहा,
ट्रायल सिर्फ बुराड़ी में क्यों?मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद से ये अनूठा प्रयोग संभव हुआ. ट्रायल में हमने सीडिंग की तकनीक, विमान की तैयारी और सभी एजेंसियों के समन्वय का परीक्षण किया. परिणाम उत्साहजनक रहे.
जानकारी के मुताबिक, ट्रायल में करीब 4 घंटे लगे. IIT कानपुर से उड़ा Cessna विमान दिल्ली के आसमान में लगभग 40-50 मिनट तक मंडराया.
सिर्फ नॉर्थ दिल्ली के बुराड़ी इलाके में ही बादलों की घनत्व सही मिली, इसलिए वहीं ट्रायल हो पाया.
सरकार चाहती थी कि ट्रायल करोल बाग के ऊपर भी किया जाए, लेकिन एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से अनुमति नहीं मिल सकी.
अब आगे क्या?अगर 29 या 30 अक्टूबर को मौसम विभाग के मुताबिक पर्याप्त बादल रहे, तो दिल्ली के कई इलाकों में 40-50 मिनट तक कृत्रिम बारिश कराई जाएगी. उम्मीद है कि इससे हवा में मौजूद धूल और प्रदूषक कण नीचे बैठेंगे और राजधानी की हवा कुछ राहत पाएगी.
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आख़िर में...दिल्ली वाले अब आसमान की तरफ़ देखने लगें. क्योंकि इस बार बारिश बादलों की मेहरबानी से नहीं, तकनीक के कमाल से बरसेगी. अगर सब प्लान के मुताबिक रहा, तो 29 अक्टूबर को दिल्ली में बारिश कृत्रिम सही, लेकिन राहत असली होगी.
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