आश्रम के प्रमुख स्वामी चैतन्यानंद पर 32 छात्राओं के यौन उत्पीड़न का आरोप, पुलिस ने दर्ज किया केस
Swami Chaitanyananda Saraswati: आरोपी चैतन्यानंद फिलहाल फरार है. पुलिस को शक है कि वह यूपी के आगरा में अपने ठिकाने पर हो सकता है. पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है. पुलिस ने स्वामी की एक कार भी जब्त की है.

दिल्ली में वसंत कुंज में मौजूद एक आश्रम के प्रमुख चैतन्यानंद सरस्वती (Chaitanyananda Saraswati) के खिलाफ छात्राओं के यौन उत्पीड़न का केस दर्ज किया है. स्वामी पर 15 से ज्यादा छात्रों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है. आरोपी स्वामी फिलहाल फरार है. पुलिस को शक है कि वह यूपी के आगरा में अपने ठिकाने पर हो सकता है. पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है. पुलिस ने स्वामी की एक कार भी जब्त की है.
किसने दर्ज कराई शिकायतइंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, चैतन्यानंद के खिलाफ श्री श्रृंगेरी मठ के प्रशासक पी.ए. मुरली ने 4 अगस्त 2025 को शिकायत दर्ज कराई गई थी. शिकायत में आरोप लगाया गया था कि स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी ने श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट में पढ़ने वाली 32 छात्राओं का यौन उत्पीड़न किया. आरोपी इस इंस्टीट्यूट की मैनेजमेंट कमेटी का सदस्य है. सभी पीड़ित छात्राएं इस इंस्टीट्यूट में EWS कोटे से स्कॉलरशिप पर मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा की पढ़ाई करती हैं.
क्या हैं आरोपपुलिस ने लिखित शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू की. जांच के दौरान 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए गए. इनमें से 17 छात्राओं ने चैतन्यानंद पर अपमानजनक भाषा और अश्लील मैसेज भेजने का आरोप लगाया. उनका आरोप था कि चैतन्यानंद ने कथित तौर पर उन्हें बिना उनकी मर्जी के शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया. इंस्टीट्यूट की तीन महिला फैकल्टी सदस्यों ने भी उन पर स्वामी की मांग पूरी करने के लिए दबाव बनाया.
पुलिस की जांच में क्या पता चलापुलिस ने तीनों महिलाओं से पूछताछ की है. फिलहाल सूत्रों का कहना है कि मामले में उनकी पूरी भूमिका चैतन्यानंद के पकड़े जाने के बाद ही सामने पता चल सकेगी. इस बीच पुलिस ने इंस्टीट्यूट की सीसीटीवी फुटेज की जांच है. मौका-ए-वारदात के साथ-साथ आरोपी के ठिकानों पर कई छापे मारे गए हैं. पुलिस ने हार्ड डिस्क और एक वीडियो रिकॉर्डर बरामद किया है और इन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है.
फर्जी नंबर प्लेट वाली कारजांच के दौरान श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट के बेसमेंट में एक वोल्वो कार खड़ी मिली. जांच करने पर पता चला कि यह कार चैतन्यानंद खुद इस्तेमाल करता था. यह भी पता चला है कि कार पर डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट लगाई गई थी, जो कि फर्जी निकली.
मठ ने पद से हटायाउधर, श्री श्रृंगेरी मठ प्रशासन ने चैतन्यानंद सरस्वती को निदेशक पद से हटा दिया है. मठ ने 9 अगस्त के अपने बयान में कहा,
“स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती अवैध और गलत कामों में शामिल रहे हैं. इसकी वजह से पीठ ने उनसे सभी संबंध तोड़ लिए हैं. पीठ ने स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती द्वारा किए गए गलत कामों के संबंध में अधिकारियों के सामने शिकायत भी दर्ज कराई है.”

यह पहली बार नहीं है जब चैतन्यानंद सरस्वती पर आपराधिक आरोप लगे हैं. उनके खिलाफ साल 2009 में दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में धोखाधड़ी और यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद साल 2016 में भी चैतन्यानंद के खिलाफ वसंत कुंज में एक महिला से यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज की गई थी.
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