दिल्ली स्टूडेंट सुसाइड केस में बड़ा एक्शन, प्रिंसिपल और 3 टीचर सस्पेंड, सरकार ने बिठाई जांच
Delhi Student Suicide Case: दिल्ली एजुकेशन डिपार्टमेंट के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि आरोपों की जांच करने और स्कूल के मामले को संभालने के तरीके का रिव्यू करने के लिए एक कमेटी बनाई गई है. कमेटी घटना से जुड़ी सभी परिस्थितियों, तथ्यों, कारणों और प्रशासनिक जवाबदेही की जांच करेगी. 3 दिनों के भीतर कमेटी को रिपोर्ट सौंपनी होगी.

नई दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल के एक छात्र की आत्महत्या मामले में स्कूल के चार टीचर्स के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. स्कूल ने इन्हें सस्पेंड भी कर दिया है. वहीं, बच्चे के आरोपों की जांच के लिए दिल्ली एजुकेशन डिपार्टमेंट ने एक कमेटी भी बनाई है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, क्लास IV-X की हेडमिस्ट्रेस (प्रिंसिपल), क्लास 9 और 10 की देखरेख करने वाले कोऑर्डिनेटर और दो टीचरों को अस्थायी तौर पर ड्यूटी से हटाया गया है. चारों को सिर्फ जांच पूरी होने तक के लिए सस्पेंड किया गया है. स्कूल की प्रिंसिपल ने इन चारों को लेटर भेजकर सस्पेंशन की जानकारी दी है.
दूसरी तरफ, दिल्ली एजुकेशन डिपार्टमेंट के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि आरोपों की जांच करने और स्कूल के मामले को संभालने के तरीके का रिव्यू करने के लिए एक कमेटी बनाई गई है. कमेटी घटना से जुड़ी सभी परिस्थितियों, तथ्यों, कारणों और प्रशासनिक जवाबदेही की जांच करेगी. 3 दिनों के भीतर कमेटी को रिपोर्ट सौंपनी होगी. इसमें इन लोगों को शामिल किया गया हैः-
1. हर्षित जैन - जॉइंट डायरेक्टर (अध्यक्ष)
2. अनिल कुमार - DDE (C/ND)
3. पूनम यादव - DDE (ज़ोन 26)
4. कपिल कुमार गुप्ता - प्रिंसिपल
5. सरिता देवी - प्रिंसिपल

वहीं, पीड़ित के पिता प्रदीप पाटिल ने इस कदम को नाकाफी बताया है. उन्होंने कहा कि सस्पेंशन सिर्फ अस्थायी है. उन्होंने FIR में बताए गए टीचरों की तुरंत गिरफ्तारी की अपनी मांग दोहराई है. उनका कहना है कि हमें यह मैसेज देना है कि कोई भी टीचर हमारे बच्चों के साथ ऐसा बर्ताव न करे.
क्या है पूरा मामला?नई दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल की 10वीं क्लास में पढ़ने वाले एक छात्र ने बुधवार 19 नवंबर को मेट्रो स्टेशन पर आत्महत्या कर ली थी. एक नोट में उसने आरोप लगाया था कि उसके टीचर उसे लंबे समय तक मानसिक तनाव देते थे. उसके परिवार ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन पर पीड़ित की मेंटल हेल्थ पर कई बार चिंता जताने के बावजूद कार्रवाई न करने का आरोप लगाया.
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FIR में यह भी आरोप लगाया गया है कि बीते हफ्ते ही स्कूल में ड्रामेटिक्स क्लास के दौरान छात्र गिर पड़ा था. इस पर टीचर ने कथित तौर पर उसका मजाक उड़ाया था. टीचर ने उससे कहा कि वो ओवरएक्टिंग कर रहा है और ड्रामा कर रहा है. शिकायत में परिवार ने दावा किया कि टीचर ने छात्र से यह तक कहा कि वो कितना भी रो ले, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ेगा. जांच के दौरान पुलिस को लड़के के बैग में एक लेटर मिला. इसमें उसने अपनी जान लेने के फैसले के लिए परिवार से बार-बार माफी मांगी है.
छात्र की मौत के बाद परिवार और अन्य लोगों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ प्रोटेस्ट किया. पिता ने स्कूल के चार टीचर्स समेत प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि टीचरों की मानसिक प्रताड़ना से उनका बेटा इतना टूट गया कि उसने ऐसा कदम उठा लिया. वहीं, राजेंद्र नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR में सुसाइड के लिए उकसाने से जुड़ी धाराएं शामिल हैं. पुलिस अभी चल रही जांच के तहत क्लासमेट्स, टीचरों और स्कूल एडमिनिस्ट्रेटर्स के बयान रिकॉर्ड कर रही है.
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