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दिल्ली चुनाव तो गया, अब BJP का मुख्यमंत्री 'शीशमहल' में रहेगा? पार्टी सूत्र ने दिया जवाब

'शीशमहल' के मुद्दे ने BJP की जीत में बड़ी भूमिका निभाई है. पार्टी के नेताओं ने इस मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल को जमकर घेरा था. अब चुनाव में जीत मिलने के बाद सवाल ये है कि क्या बीजेपी के नए मुख्यमंत्री सिविल लाइंस स्थित इस बंगले में रहेंगे या नहीं.

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Sheesh Mahal Arvind Kejriwal
Arvind Kejriwal, फ्लैगस्टाफ रोड पर मौजूद आवास में रहते थे. (X @TajinderBagga)
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मौ. जिशान
10 फ़रवरी 2025 (Updated: 10 फ़रवरी 2025, 10:10 PM IST) कॉमेंट्स
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दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में 'शीशमहल' विवाद आम आदमी पार्टी (AAP) को ले डूबा. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पूरे चुनाव में 'शीशमहल' के मुद्दे को भुनाया. नतीजा ये हुआ कि न सिर्फ AAP हारी बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी नई दिल्ली सीट से चुनाव हार गए. सीएम रहते हुए केजरीवाल जिस बंगले में रहते थे, बीजेपी उसे 'शीशमहल' कहकर तंज कसती है. अब सवाल ये कि क्या चुनाव जीतने के बाद BJP का मुख्यमंत्री भी इसी शीशमहल में रहेगा? इसे लेकर खबर है कि BJP के मुख्यमंत्री सिविल लाइंस स्थित इस बंगले में नहीं रहेंगे.

BJP ने AAP की सरकार को बेदखल कर दिया है. इसके बाद सवाल उठा कि 'शीशमहल' के जरिए केजरीवाल की घेराबंदी करने वाली BJP का नया सीएम इस बंगले में रहेगा या नहीं. चुनाव में बीजेपी ने वोटरों के बीच ये संदेश दिया था कि अरविंद केजरीवाल राजनीति में जिस सादगी की बात करते हैं, वो झूठी है. पार्टी ने आरोप भी लगाया कि 'शीशमहल' बंगले के रेनोवेशन के नाम पर 'बड़ा घोटाला' किया गया है.

अब NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, BJP के सूत्रों ने बताया है कि ‘शीशमहल’ दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का निवास स्थान नहीं होगा. चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 'शीशमहल' का जिक्र करते हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव के कैंपेन का आगाज किया था. ऐसे में BJP ने जीत के बाद 'शीशमहल' से किनारा कर लिया है.

टाइम्स ऑफ इंडिया (TOI) ने भी अपनी एक रिपोर्ट में दिल्ली स्टेट प्रेसिडेंट वीरेंद्र सचदेवा के हवाले से लिखा कि बीजेपी का कोई मुख्यमंत्री 'शीशमहल' में नहीं रहेगा. रिपोर्ट के मुताबिक नए मुख्यमंत्री का निवास स्थान कानून के अनुसार तय किया जाएगा.

6, फ्लैगस्टाफ रोड, सिविल लाइंस स्थित यह बंगला फिलहाल लोक निर्माण विभाग (PWD) के कब्जे में है. इस बंगले के इंटीरियर के ऑडिट के बाद PWD ने तत्कालीन मुख्यमंत्री आतिशी से इस बंगले को वापस ले लिया था.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में CAG जनरल गिरीश चंद्र मुर्मू के हवाले से बताया गया कि केजरीवाल के CM रहते PWD ने इसका रेनोवेशन कराया था. शुरुआत में रेनोवेशन की अनुमानित लागत 7.91 करोड़ रुपये थी और 2020 में 8.62 करोड़ रुपये का बजट दिया गया. मगर 2022 में PWD ने रेनोवेशन पूरा किया, तो कुल लागत 33.66 करोड़ रुपये निकली.

मीडिया में ऑडिट रिपोर्ट आई तो BJP को बड़ा चुनावी मुद्दा मिल गया. पार्टी के तमाम नेताओं ने 'शीशमहल' के बहाने AAP और केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस लीडर और सांसद राहुल गांधी ने भी 'शीशमहल' को लेकर केजरीवाल पर सवाल खड़े किए थे.

हालांकि, AAP ने कई बार कहा है कि यह बंगला केजरीवाल की निजी संपत्ति नहीं है, आगे चलकर किसी और CM को भी यह बंगला आवंटित किया जा सकता है.

वीडियो: दिल्ली में AAP की सरकार गिरने के बाद सांसद संजय सिंह ने अब क्या कहा है?

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