दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में करीब एक तिहाई वेंटिलेटर खराब, PM केयर्स वालों का सबसे बुरा हाल
Delhi Hospital Ventilator Shortage: मशीनों का सबसे ज्यादा खस्ता हाल मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (MAMC), लोक नायक अस्पताल (LNJP), दीन दयाल उपाध्याय, लाल बहादुर शास्त्री और सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर में है. ये जानकारी RTI के जरिए सामने आई है.

कोविड के वक्त भारत के लचर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की कलई खुल गई थी. 5 साल बीत जाने के बावजूद सरकारों ने अब तक उससे सीख नहीं ली है. RTI से खुलासा हुआ है कि दिल्ली के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में लगभग हर तीन में से एक वेंटिलेटर काम नहीं कर रहा है. सिर्फ वेंटिलेटर ही नहीं, बल्कि कई अहम मशीनें भी काम नहीं कर रही हैं. मामला सामने आने के बाद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. उन्होंने खराब मशीनों की बात स्वीकार की है.
297 वेंटिलेटरों में से 92 नहीं कर रहे कामइंडिया टुडे में RTI के हवाले से छपी रिपोर्ट के मुताबिक, मशीनों का खस्ता हाल मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (MAMC), लोक नायक अस्पताल (LNJP), दीन दयाल उपाध्याय, लाल बहादुर शास्त्री और सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर का है.
MAMC, लोक नायक, दीन दयाल उपाध्याय, लाल बहादुर शास्त्री और सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर में मौजूद कुल 297 वेंटिलेटरों में से 92 काम नहीं कर रहे हैं. यह कुल संख्या का 31 प्रतिशत है.

LNJP में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है क्योंकि यहां एनेस्थीसिया, मेडिसिन और पीडीऐट्रिक जैसे विभागों के 70 से ज्यादा वेंटिलेटर खराब हैं. LNJP अस्पताल के 32 नंबर वार्ड में 12 में से कोई भी वेंटिलेटर काम नहीं कर रहा है. वार्ड नंबर 31 में सभी 8 वेंटिलेटर काम नहीं कर रहे हैं.

- दीन दयाल उपाध्याय अस्पतालः- सभी 25 ICU वेंटिलेटर चालू हालत में हैं.
- लाल बहादुर शास्त्री अस्पतालः- 13 में से सिर्फ एक खराब वेंटिलेटर है. ICU के सभी 9 वेंटिलेटर काम कर रहे हैं. पीडीऐट्रिक विभाग में 4 में से सिर्फ एक वेंटिलेटर काम नहीं कर रहा है यानी करीब 75 प्रतिशत चालू हैं.

- मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेजः- प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में 41 में से 39 वेंटिलेटर काम कर रहे हैं यानी 95 प्रतिशत.
- सुश्रुत ट्रामा सेंटरः- इमरजेंसी यूनिट के दोनों वेंटिलेटर काम कर रहे हैं. ICU के 14 में से सिर्फ 2 वेंटिलेटर काम नहीं कर रहे हैं यानी 86 प्रतिशत चालू हैं.

गौर करने वाली बात यह है कि ज्यादातर वे वेंटिलेटर खराब पड़े हैं जो कोविड के समय में पीएम केयर फंड से उपलब्ध कराए गए थे. इनमें से कम से कम 41 वेंटिलेटर काम नहीं कर रहे हैं. कुछ वार्डों में पीएम-केयर्स वेंटिलेटर के पूरे सेट ही खराब पड़े हैं.

इसके अलावा, लाखों लोगों का लोड झेलने वाले गोविंद बल्लभ पंत अस्पताल और लोक नायक अस्पताल में सिर्फ एक-एक MRI मशीन ही काम कर रही है.
खराब वेंटिलेटर पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रीदिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने रिपोर्ट पर संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा,
“अस्पतालों से पुष्टि करने पर मैंने पाया कि सभी वेंटिलेटर काम कर रहे हैं. कुछ बैकअप के तौर पर रिजर्व रखे गए हैं. हो सकता है कि कुछ वेंटिलेटर अस्थायी रूप से काम न कर रहे हों.”

उन्होंने दावा किया कि सब कुछ ठीक से दर्ज है. वेंटिलेटर काम कर रहे हैं या नहीं, कागजी तौर पर कुछ गड़बड़ियां हो सकती हैं. लेकिन जमीनी स्तर पर सब सही है.
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