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दिल्ली ब्लास्ट से पहले डॉ. उमर फोन की दुकान में क्या कर रहा था, CCTV में पता चल गया

CCTV फुटेज में उमर एक मोबाइल फोन की दुकान पर बैठा दिखाई दे रहा है.

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Delhi Blast Faridabad New Video
लाल किला ब्लास्ट के मुख्य संदिग्ध डॉ उमर मोहम्मद का नया वीडियो सामने आया है. (फोटो- इंडिया टुडे)
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अरविंद ओझा
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15 नवंबर 2025 (Published: 09:31 PM IST)
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दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट में आरोपी डॉ. उमर मोहम्मद का एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें उसकी अब तक की सबसे साफ तस्वीर दिखाई दे रही है. वीडियो फरीदाबाद की एक दुकान का है, जिसमें उमर एक बैग और दो मोबाइल संभाले नजर आ रहा है.

इंडिया टुडे को मिले इस फुटेज में उमर दुकान पर बैठा है. वो अपने दो मोबाइल फोन में से एक को दुकानदार को चार्ज करने के लिए दे रहा है. जबकि एक और फोन उसकी गोद में रखा हुआ है. इस दौरान उसके चेहरे पर काफी तनाव भी था.

अधिकारियों को शक है कि डॉ उमर ने 10 नवंबर को दिल्ली में एंट्री से पहले इन फोन्स को या तो फेंक दिया था या छिपा दिया था. क्योंकि लाल किले पर कार विस्फोट के समय उसके पास कोई मोबाइल डिवाइस नहीं था. अधिकारियों ने बताया कि डॉ. उमर ही हुंडई आई20 कार चला रहा था. जिसमें विस्फोट हुआ था. इस घटना में 13 लोगों की मौत हो गई थी और 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.

विस्फोट के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उस वक्त रात भर छापेमारी की. डॉ उमर के परिवार के तीन सदस्यों समेत छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. विस्फोट स्थल से एकत्र किये गये डीएनए नमूनों के माध्यम से उसकी पहचान की पुष्टि हुई, जो उसकी मां से मेल खाते थे. बाद में ये भी पता चला कि डॉ उमर को दो साल पहले जम्मू-कश्मीर के मेडिकल कॉलेज से नौकरी से निकाला गया था. उस पर एक मरीज की मौत का जिम्मेदार होने का आरोप था.

ये भी पढ़ें- पठानकोट से एक सर्जन गिरफ्तार, लाल किला ब्लास्ट से क्या कनेक्शन?

सूत्रों के हवाले से बताया गया कि उमर ने आतंकी मॉड्यूल से जुड़े दो अन्य लोगों, डॉ अदील राथर और डॉ मुज़म्मिल गनैया के साथ मिलकर काम किया था. बाद में दोनों डॉक्टरों को भी गिरफ्तार किया गया. तीनों मिलकर कथित तौर पर एक आतंकी नेटवर्क चलाते थे. जिसमें 5-6 डॉक्टरों समेत 9-10 लोगों के जुड़े होने का शक है.

आरोप है कि इन लोगों ने अपने डॉक्टर के पेशे का दुरुपयोग करते हुए विस्फोटक डिवाइस बनाने के लिए कच्चा माल खरीदा. 9 नवंबर को छापेमारी में 2,900 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद होने के बाद उमर छिप गया था. जांच एजेंसियों को शक है कि वो हरियाणा के धौज गांव के पास छिपा था. उसने बातचीत के सभी डिजिटल मीडियम बंद कर दिए थे.

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