दार्जिलिंग में भारी बारिश और भूस्खलन में मृतकों का आंकड़ा बढ़ा, अब तक 11 शव बरामद
Darjeeling Bridge Collapse: NDRF ने West Bengal के दार्जिलिंग सबडिवीजन के आपदा प्रभावित Mirik क्षेत्र में तीन टीमों को तैनात किया है. यहां मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है और बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ है.

पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में कुदरत का भयंकर कहर बरपा है. मूसलाधार बारिश और भूस्खलन ने दार्जिलिंग के मिरिक क्षेत्र में भारी तबाही मचाई. जिले के कस्बों को मिरिक और कुर्सियोंग जैसे मशहूर टूरिस्ट डेस्टिनेशन से जोड़ने वाला दुदिया लोहे का पुल ढह गया है. प्राकृतिक आपदा की चपेट में आने वाले मृतकों का आंकड़ा बढ़ रहा है. अब तक कम से कम 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 8 लोग घायल बताए जा रहे हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग की मौतों पर दुख जताया है. इंडिया टुडे से जुड़े अनुपम मिश्रा और तपस सेनगुप्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, हुसैन खोला में भी भारी बारिश से भूस्खलन होने की जानकारी मिली है.

यह इलाका कुर्सियोंग के नजदीक नेशनल हाइवे 110 (NH 110) से लगता है. मूसलाधार बारिश से तीस्ता नदी का जलस्तर बढ़ गया है. इसलिए, सिलीगुड़ी को सिक्किम से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे 10 (NH 10) पर ट्रैफिक बंद कर दिया गया है.
दार्जिलिंग में इन लोगों की मौत हुई-
- आहान छेत्री (09)
- अरुषी छेत्री (12)
- रूही भुटिया (11)
- स्नेहा प्रधान (19)
- अनुज प्रधान उर्फ संभु (42)
- अनीता प्रधान (41)
- स्वप्ना लामा (34)
- उषा राय (60)
- सुनीता लेपचा (46)
- फुचुंग डुकपा (52)
- बिजेंद्र राय (60)
इस बीच, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे में हुईं मौतों पर दुख जताया. उन्होंने X पर लिखा,
"पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से जनहानि बहुत दुखद है. मैं शोक में डूबे परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं. मैं बचाव और राहत कार्यों की सफलता की कामना करती हूं और घायलों के जल्द ठीक होने की दुआ करती हूं."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रभावित लोगों को केंद्र सरकार की तरफ से मदद का भरोसा दिया है. उन्होंने X पर लिखा,
"दार्जिलिंग में एक पुल दुर्घटना में जान-माल के नुकसान से बहुत दुखी हूं. जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना. घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं.
भारी बारिश और भूस्खलन के मद्देनजर दार्जिलिंग और आसपास के इलाकों की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है. हम प्रभावित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं."
जान-माल के नुकसान पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वे भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात में अपने कुछ भाई-बहनों की मौत से बहुत दुखी हैं. उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जताते हुए X पर लिखा,
"मैं बहुत परेशान और चिंतित हूं कि कल रात कुछ ही घंटों में अचानक हुई भारी बारिश और बाहर से हमारे राज्य में नदियों के पानी के बहुत तेज बहाव के कारण उत्तर बंगाल और दक्षिण बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है."
उन्होंने आगे लिखा,
"दो लोहे के पुल ढह गए हैं, कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं और पानी भर गया है, दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार जिलों में जमीन के बड़े हिस्से जलमग्न हो गए हैं. खासकर, मिरिक, दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, माटीगाड़ा और अलीपुरद्वार में नुकसान की खबरें आई हैं."
नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) ने पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग सबडिवीजन के आपदा प्रभावित मिरिक क्षेत्र में दार्जिलिंग, सिलीगुड़ी और अलीपुरद्वार से अपनी तीन टीमों को तैनात किया है. पहाड़ी जिलों में रात भर लगातार बारिश के कारण पड़ोसी जिले जलपाईगुड़ी के मालबाजार का एक बड़ा इलाका पानी में डूब गया है.
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