सीपी राधाकृष्णन बने देश के 15वें उपराष्ट्रपति, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ
सी.पी. राधाकृष्णन देश के 15वें उपराष्ट्रपति बन गए हैं. उन्होंने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में पद और गोपनीयता की शपथ ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उन्हें शपथ दिलाई. समारोह में पीएम मोदी, पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ समेत कई कैबिनेट मंत्री उपस्थित हुए.

भारत के नए उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने शुक्रवार को अपने पद की शपथ ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में पद की शपथ दिलवाई. समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री उपस्थित हुए.
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ में समारोह में मौजूद थे. इसके अलावा तीनों सेनाओं के अध्यक्ष भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए. गौरतलब है कि सीपी राधाकृष्णन मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में पद के लिए चुने गए थे. उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों से हराया था. उन्हें 452 मत प्राप्त हुए थे.
राज्यसभा के सदस्यों के साथ करेंगे बैठकदैनिक भास्कर के अनुसार शपथ ग्रहण के बाद उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन राज्यसभा के सदस्यों के साथ दोपहर 12:30 बजे बैठक में शामिल होंगे. उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले उन्होंने गुरुवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से औपचारिक रूप से इस्तीफा दिया था. इसके बाद राष्ट्रपति मुर्मु ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को महाराष्ट्र के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है.
चुनाव में 767 सांसदों ने डाला था मतउपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 781 सांसदों में से 767 सांसदों ने वोट डाले थे, जबकि बीजेडी, बीआरएस और अकाली दल के सांसदों ने इसमें हिस्सा नहीं लिया था. डाले गए 767 मतों में से 15 मत रद्द कर दिए गए थे और 752 मत वैलिड थे.
सीपी राधाकृष्णन के बारे मेंबता दें कि सीपी राधाकृष्णन का जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में हुआ था. वह गाउंडर (कोंगु वेल्लालर) समुदाय से आते हैं, जो तमिलनाडु में एक मजबूत ओबीसी वर्ग है. राधाकृष्णन ने RSS स्वयंसेवक के तौर पर अपना सफर शुरू किया.
उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA) की पढ़ाई की है. खेलों में भी उनकी रुचि रही है वह कॉलेज में टेबल टेनिस के चैंपियन रह चुके हैं. इसके अलावा वह लंबी दूरी के धावक भी थे. उन्हें क्रिकेट और वॉलीबॉल खेलना भी काफी पसंद था. उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत आरएसएस से हुई, लेकिन बाद में भाजपा से जुड़ गए.
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